सीजी भास्कर 30 जून। एक 18 साल की लड़की ने मनचले की हरकतों से तंग आकर अपनी जान दे दी। लड़की ने अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
आत्महत्या करने से पहले मृतका ने एक सुसाइड नोट लिखा। उसने सुसाइड नोट में अपनी आत्महत्या की वजह बताई और मनचले का नाम भी लिखा।
मध्य प्रदेश के जबलपुर के गोसलपुर थाना अंतर्गत गुड़हाई क्षेत्र की इस घटना में लड़की ने सुसाइड नोट में लिखा, “राकेश सिंह के बेटे ऋषभ सिंह परिहार से मैं बहुत परेशान हूं। उसने मुझे पिछले कई महीने से परेशान किया हुआ है। वह मुझे बहुत प्रताड़ित कर रहा है। उसे कई बार समझा चुकी हूं, ऐसा न करें। वह अपनी हरकत नहीं छोड़ रहा है।“
मेरा घर से बाहर कदम रखना दुश्वार हो गया है। मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसलिए मैं आत्महत्या कर रह रही हूं। मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना।
पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
थाना प्रभारी राजेंद्र मर्सकोले ने बताया कि परिजनों ने लड़की के आत्महत्या करने की जानकारी दी थी। मौके पर पहुंचकर जब पूरे मामले की जांच शुरू की गई तो मृतका के पास से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने ऋषभ सिंह परिहार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
आत्महत्या से पहले माता-पिता से बात
पुलिस के मुताबिक घटना के वक्त उसके माता-पिता किसी काम से जबलपुर गए हुए थे और भाई भी घर में नहीं था। तभी युवती ने घर का दरवाजा बंद कर फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
परिजन घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नहीं खुला। अंदर देखा तो बेटी फांसी के फंदे से लटक रही थी।
परिजनों के मुताबिक आत्महत्या से पहले लड़की ने अपने माता-पिता से बात की थी। लेकिन बातचीत पर नहीं लगा कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठा रही है।
पहले कराया छेड़छाड़ का मामला दर्ज
स्थानीय लोगों और परिजनों ने बताया कि ऋषभ पहले भी छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। क्षेत्र में चर्चा है कि वह अक्सर युवती को रास्ते में आते-जाते परेशान करता था। वहीं घटना के बाद जैसे ही जानकारी ऋषभ और उसके परिजनों को लगी। वह पूरे परिवार समेत घर से गायब हो गए।
इसके साथ ही इसी साल जनवरी में मृतका ने युवक के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था, जहां आरोपी युवक करीब 2 महीने तक जेल में रहा। लेकिन जेल से छूटने के बाद वह लगातार युवती को परेशान कर रहा था।
छेड़खानी से परेशान होकर युवती घर से बाहर तक नहीं जा पा रही थी और कॉलेज जाना भी छोड़ दिया था। ऐसे में वह बहुत परेशान थी।