सीजी भास्कर, 18 अगस्त | रायपुर छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले (CG Liquor Scam) में अब बड़ा कदम उठने जा रहा है।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने आरोपित 28 आबकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी की तैयारी शुरू कर दी है।
इससे पहले चार्जशीट दाखिल होने और राज्य सरकार द्वारा निलंबन के बाद, अब जल्द ही इन अधिकारियों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
अग्रिम जमानत अर्जी खारिज, गिरफ्तारी तय
जानकारी के मुताबिक, सभी 28 अधिकारियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले महीने विशेष न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी।
इनमें से अधिकांश ने खुद को निर्दोष बताया और स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। लेकिन अदालत ने सभी याचिकाएं खारिज कर दीं।
इसके बाद अब EOW जल्द ही गिरफ्तारी और रिमांड पर पूछताछ की प्रक्रिया शुरू करने वाली है।
किन अधिकारियों पर केस दर्ज?
शराब घोटाले में जिन अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, उनमें प्रमुख हैं –
प्रमोद नेताम, नीतू नोतानी, एलएस ध्रुव, इकबाल अहमद खान, जनार्दन सिंह कौरव, अरविंद पाटले, दिनकर वासनिक, नोहर ठाकुर, नवीन तोमर, विकास गोस्वामी, रामकृष्ण मिश्रा, मंजूश्री कसेर, विजय सेन, मोहित जायसवाल, गंभीर सिंह नुरूटी, नीतिन खंडुजा, अश्वनी अंनत, अंनत सिंह, सोनल नेताम, गरीब पाल सिंह, सौरभ बक्शी, जेठूराम मंडावी, देवलाल वैद्य, प्रकाश पाल, आशीष कोसम, राजेश जायसवाल समेत अन्य अधिकारी।
कई बड़े नाम पहले से जेल में
इस केस में पहले से ही कई बड़े चेहरे जेल की सलाखों के पीछे हैं।
- पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल
- सेवानिवृत्त IAS अनिल टूटेजा
- होटल कारोबारी अनवर ढेबर
इसके अलावा कुल 15 लोग रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। EOW अब तक 70 लोगों को आरोपित बना चुकी है, जिनमें 8 डिस्टलरी संचालक भी शामिल हैं।
विभाग और राजनीति में हलचल
28 अधिकारियों की संभावित गिरफ्तारी की खबर से न सिर्फ आबकारी विभाग, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी खलबली मच गई है।
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में EOW और भी बड़े खुलासे कर सकती है।