भिलाई नगर, 15 दिसंबर। दुर्ग भिलाई क्षेत्र की राशन दुकानों से गरीबों के हक का चावल बदस्तूर राइस मिलों तक पहुंचता रहा है। प्रति किलो लगभग 30 से 35 रूपये के मुनाफे के इस गोरखधंधे का जाल सा बिछा हुआ है जिसमें अनेक राशन दुकान संचालक से लेकर चावल माफिया गैंग शामिल रही है। यदा कदा चावल पकड़ लोगों ने पुलिस के हवाले भी किया मगर इन सबके बीच चावल पकड़वाने वाले लोगों के पीछे इस काले कारोबार से जुड़े लोग जरूर पड़ गए मगर कार्रवाई के नाम पर कोई ठोस पहल न होने से यह कारोबार लगातार अपने पैर पसार समूचे छत्तीसगढ़ में नेटवर्क की तरह फ़ैल गया। आज करहीडीह की राइस मिल में 42 कट्टा चावल जब्त किया गया जो कि फुड विभाग के अनुसार प्रथम दृष्टया पीडीएस का है। चावल समेत गाड़ी जेवरा सिरसा चौकी में खड़ी कर नान टीम को जांच के लिए पूरा मामला सौंप दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग की टीम ने करहीडीह स्थित गुरुदेव राइस मिल के अंदर से एक गाड़ी चावल जब्त किया है। अब नान की टीम चावल की जांच करेगी कि वो पीडीएस चावल है या नहीं? सहायक खाद्य अधिकारी वसुधा गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 07 बीई 9873 में पीडीएस का चावल लोड कर ले जाया जा रहा है। जब उनकी टीम वहां पहुंची तो उन्हें पता चला गाड़ी गुरुदेव राइस मिल के अंदर गई है। टीम जब गुरुदेव राइस मिल के अंदर पहुंची तो देखा कि गाड़ी से चावल अनलोड किया जा रहा है। वहां राइस मिल संचालक राजेश कुमार जैन भी मौजूद थे।
फूड इंस्पेक्टर वसुधा गुप्ता ने प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि चावल पीडीएस का है। उन्होंने अनलोड चावल की बोरियां गाड़ी में लोड कराईं और पंचनामा कार्रवाई के बाद उसे गाड़ी सहित जेवरा सिरसा पुलिस चौकी में खड़ा करवाया है। जेवरा सिरसा चौकी प्रभारी ने बताया कि फूड विभाग ने उनकी सुपुर्दगी में 42 कट्टा चावल से भरी पिकअप गाड़ी को खड़ा करवाया है। जिसकी नान टीम जांच करेगी।