सीजी भास्कर, 23 अप्रैल |
बलरामपुर पुलिस ने म्यूल अकाउंट की खरीद बिक्री करने वाले गिरोह के सरगना समेत 8 सदस्यों को मध्यप्रदेश के बैढ़न से गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य बैंक अकाउंट खुलवाकर साइबर फ्राड करने वाले गिरोह को उपलब्ध कराते थे। जब्त मोबाइल और लैपटाप की जांच में करीब 4 करोड़ रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है। आरोपी ऑनलाइन सट्टा ऐप का भी संचालन कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले में ऑनलाइन ठगी की रकम म्यूल अकाउंट धारक नंदन कुमार रजक (20) निवासी बरदर और शोएब खान (31) निवासी सामरी पाठ को गिरफ्तार किया गया था। दोनों के खातों में लाखों के लेन-देन का खुलासा हुआ था। बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने म्यूल अकाउंट मामले में आगे जांच के निर्देश दिए थे। साइबर सेल की जांच के दौरान पुलिस गिरोह तक पहुंच गई।
अंबिकापुर के युवक ने बनाया गिरोह
बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि, जांच के दौरान पता चला कि अंबिकापुर निवासी युवक सचिन कुमार सैनी उर्फ बिट्टू बिहारी मास्टर माइंड है। उसने षडयंत्र पूर्वक गिरोह तैयार किया और संपर्क में आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के कॉलेज स्टूडेंट्स और अन्य लोगों के नाम से बैंक खाता क्षेत्र के विभिन्न बैंकों में खुलवाकर 4000 से 12000 रुपए प्रति बैंक खाता के हिसाब से खरीद लेता था।
उन सभी बैंक खातों को रायपुर में सक्रिय ब्रोकर्स को प्रति अकाउंट 10000 से 15000 रुपए में गिरोह बेच देता था। इन बैंक खातों को संचालन ऑनलाइन फ्रॉड का पैसा जमा करने के लिए किया जाता था। बाद में इन खातों से पैसे दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए जाते थे या निकाल लिए जाते थे।
ये हुए गिरफ्तार
पुलिस ने गिरोह के सरगना सचिन कुमार सैनी उर्फ बिट्टू बिहारी (24) निवासी गांधीनगर अंबिकापुर, राजेश सोनकर (25) निवासी मुंगेली, सुखदेव साहू (23) निवासी सूरजपुर, आयुष कुमार साहू (23) निवासी सूरजपुर, मुकेश जायसवाल (21) निवासी पाली, कोरबा, प्रशांत सिंह (23) निवासी दत्ता कालोनी, अंबिकापुर।
अभिषेक जायसवाल (22) निवासी चांदनी बिहारपुर, सूरजपुर और दीपक कुमार यादव (26) निवासी तुमला, जशपुर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने गिरोह का संचालन करने के लिए बैढ़न में एक कमरा किराए में लिया था।
4 करोड़ के ट्रांजेक्शन का खुलासा
आरोपियों के कब्जे से 3 लैपटाप, 23 मोबाइल, 46 एटीएम कार्ड, 9 बैंक पासबुक, 4 चेकबुक और थार वाहन जब्त किया गया है। आरोपियों के बैंक अकाउंट में जमा 1.50 लाख रुपए फ्रीज का दिया गया है। आरोपियों से जब्त लैपटाप और मोबाइल फोन की प्राथमिक जांच पर सैकड़ों बैंक खातों के माध्यम से अनियमित रूप से लगभग 04 करोड़ रुपए के अवैध ट्रांजैक्शन के सबूत मिले हैं।
बलरामपुर एसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी इसमें की जाएगी।
इस तरह करते थे खाते का उपयोग
खुलवाए गए सभी बैंक अकाउंट में षडयंत्र पूर्वक इंटरनेट बैंकिंग और एसएमस अलर्ट के लिए फर्जी मोबाइल नंबर लेकर लिंक करवाया जाता था। बैंक खाता की सभी जानकारी के साथ-साथ एटीएम कार्ड और लिंक्ड मोबाइल नंबर सिम कार्ड को कुरियर के माध्यम से रायपुर भेजकर गिरोह मोटी कमाई करता था।
ऑनलाइन सट्टा का भी संचालन
यह गिरोह ऑनलाइन बैटिंग ऐप KABOOK की आईडी लेकर सट्टा का संचालन भी कर रहा था। यह सट्टा आईपीएल के क्रिकेट मैचों में लगाया जा रहा था।