सीजी भास्कर, 26 मार्च। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बुधवार को 9 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. इन नक्सलियों पर 26 लाख का इनाम घोषित था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में छह महिलाएं शामिल हैं. सुकमा की एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सली सीआरपीएफ अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने पेश हुए और सरेंडर कर दिया. सरेंडर की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि वे नक्सलियों के खोखले और अमानवीय विचारधारा से निराशा हैं और साथी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) मतभेद बढ़ रहे हैं.
एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और अंदरुनी इलाकों में पुलिस कैम्प की स्थापना के कारण नक्सली अब बैकफुट पर आ गए हैं. इन नक्सलियों ने नियाद नेल्लानार (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है. इस योजना के तहत सरकार दूरवर्ती गांवों के विकास का काम कर रही है.
सरेंडर करने वालों में 22 साल का बंडू ऊर्फ बंडी मडकाम शामिल है जो कि पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की कंपनी 2 का सदस्य है. उसके ऊपर 8 लाख का इनाम घोषित था.
किसी पर 5 लाख तो किसी पर 2 लाख का इनाम
एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि इसके अलावा एरिया कमिटी के सदस्य मसे ऊर्प वेट्टी कन्नी (45) और पदम सम्मी (32) पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. एक महिला और तीन पुरुष सदस्यों पर 2-2 लाख का इनाम घोषित था. बंडू कई नक्सली हमलों में शामिल था जिनमें से एक 2020 में मनपा में घात लगाकर किया गया हमला भी था जिसमें 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे.
इन एजेंसियों की सरेंडर में रही अहम भूमिका
सरेंडर करने वाले नक्सली सुरक्षाबलों पर हुए विभिन्न हमलों में शामिल थे. चिंतलनाड़ पुलिस थाने के पुलिसकर्मी, जिला रिजर्व गार्ड, इंटेलिजेंस ब्रांच, सीआरपीएफ और इसकी इकाई कोबरा ने इनके सरेंडर में अहम भूमिका निभाई है. Chhattisgarh News सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की मदद दिलाई जाएगी. साथ ही सरकार की नीतियों के अनुरूप उनका पुनर्वास कराया जाएगा. बता दें कि बीते साल 2024 में कुल 792 नक्सलियों ने बस्तर क्षेत्र में सरेंडर कर दिया था. सुकमा बस्तर का ही हिस्सा है.