सीजी भास्कर, 20 अगस्त | शहर के भारत माता स्कूल में मंगलवार को चौंकाने वाली घटना हुई।
9वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने मिलकर 12वीं के छात्र पर हमला कर दिया।
पहले मारपीट की गई और फिर उस पर धारदार वस्तु से वार कर घायल कर दिया गया। बीच-बचाव के लिए पहुंचे उसके दोस्त को भी चोटें आईं।
घटना के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया और मामले की शिकायत पुलिस से की गई। फिलहाल तीन छात्रों पर जेजे एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
कैसे हुआ विवाद?
जानकारी के मुताबिक, तारबाहर क्षेत्र का रहने वाला आवेश मिर्जा, जो 12वीं का छात्र है, स्कूल की गैलरी में खड़ा था। तभी 9वीं के छात्रों ने उसे अपनी क्लास में बुलाया।
जैसे ही वह पहली मंजिल पर उनकी क्लास के बाहर पहुंचा, 6–8 छात्र पहले से मौजूद थे। पुराने विवाद को लेकर उन्होंने आवेश से गाली-गलौज की और विरोध करने पर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसी बीच एक छात्र ने धारदार वस्तु निकालकर हमला कर दिया।
दोस्त को भी लगी चोट
मारपीट देखकर आवेश का एक दोस्त बचाने पहुंचा, लेकिन उस पर भी हमला कर दिया गया।
इसके बाद मौके पर पहुंचे शिक्षकों ने दोनों घायलों को अस्पताल भिजवाया और परिजनों को सूचना दी।
परिजन पहुंचे थाने
घटना की जानकारी लगते ही परिजन सीधे तारबाहर थाने पहुंचे।
पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 9वीं के तीन छात्रों के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम (JJ Act) के तहत कार्रवाई की है।
स्कूल की सुरक्षा पर उठे सवाल
स्कूल में छात्रों द्वारा चाकूबाजी (या धारदार वस्तु से हमला) की घटना सामने आने के बाद परिजनों ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि महंगे स्कूलों में पढ़ाने का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा और संस्कार देना है, लेकिन यदि कैंपस में ही इस तरह की घटनाएं होंगी तो बच्चों की सुरक्षा पर भरोसा करना मुश्किल हो जाएगा।
चाकूबाजी या नेल कटर?
इस मामले पर सीएसपी निमितेश सिंह ने बयान देते हुए कहा कि हमले में चाकू का इस्तेमाल नहीं हुआ बल्कि नेल कटर से चोट पहुंचाई गई है।
फिलहाल पुलिस ने जेजे एक्ट के प्रावधानों के तहत आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।
बढ़ते घटनाक्रम और हाईकोर्ट की सख्ती
बिलासपुर में हाल के दिनों में चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं।
इस पर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया और गृह सचिव से जवाब मांगा था।
इसके बावजूद अब स्कूल तक में ऐसी घटनाएं होना कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।