सीजी भास्कर, 01 दिसंबर। दुर्ग नगर निगम ने सड़क किनारे नाली के लिए खोदे गए गड्ढे में स्कूटी स्लिप हो कर गिरी नर्स को पीछे से आ रहे बाइक सवार ने कुचल दिया। दुर्ग जिला अस्पताल में पदस्थ नर्स की इस सड़क हादसे में मौत हो गई है।
मृतका के पति सुरेश यादव ने कहा कि उनकी पत्नी की मौत निगम प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है। उन्होंने नाली खोदकर छोड़ दी वहीं पर पाइप लाइन का गड्ढा खोदकर छोड़ दिया लेकिन वहां सुरक्षा घेरा नहीं तैयार किया।
मिली जानकारी के अनुसार नर्स संध्या यादव शासकीय आवास में अपने पति सुरेश यादव और दो बेटियों के साथ रहती थी। कल शाम संध्या यादव ड्यूटी खत्म होने के बाद स्कूटी से घर गई। उसके बाद वह बच्चों के लिए स्वेटर लेने खालसा स्कूल के पास तिब्बत मार्केट गई। घर से फिर संध्या यादव अपनी मेड के साथ स्कूटी पर बैठकर स्वेटर बदलने चली गई। स्वेटर बदलने के बाद दोनों आरटीओ से जेल रोड होते हुए अपने घर आ रहे थे। तभी शाम करीब 7:30 बजे जैसे ही वो दुर्ग आरटीओ ऑफिस के सामने पहुंची, वहां पाइप लाइन फूटी हुई थी। निगम ने वहां गड्डा खोदकर छोड़ दिया था। संध्या जैसे ही वहां से निकली, उसकी स्कूटी का पहिया फिसल गया और वो गिर गई। नौकरानी गड्ढे की तरफ गिरी जिससे बच गई लेकिन संध्या सड़क की तरफ गिरी और उसी समय एक बाइक उसके ऊपर से गुजर गई। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इंटरनल ब्लीडिंग होने से उनकी मौत की पुष्टि की गई। दुर्ग पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। नर्स की मौत के बाद से परिजनों और उनकी बड़ी बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है।