सीजी भास्कर, 25 जनवरी। पुलिस पर हमला करना ग्रामीणों को महंगा पड़ गया है। हमला और पथराव किये जाने को लेकर देर रात अपराध दर्ज कर लिया गया है। आपको बता दें कि नीमच में मादक पदार्थ के तस्करी के मामले में पुलिस एक आरोपी को लेकर तफ्तीश करने उसके गांव चौकड़ी पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों को घेर लिया और पथराव भी किया। घटना में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए, मामले में आज पुलिस ने 100 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। इस पूरे मामले पर 23 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज किया गया है।
गौरतलब हो कि सिंगोली पुलिस ने एक युवक को करीब 54 किलो डोडाचुरा (मादक पदार्थ) के साथ गिरफ्तार किया था। मामले में पुलिस आरोपी को लेकर तफ्तीश करने उसके गांव चौकड़ी पहुंची थी, इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस के दो वाहनों को घेर लिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि युवक से 35 किलो डोडाचूरा ही बरामद हुआ था लेकिन पुलिस ने 54 किलो डोडाचूरा का मामला दर्ज किया। गुस्साए ग्रामीणों ने थाना प्रभारी सहित पुलिस कर्मियों को बंधक बना लिया। कल देर शाम एडिशनल एसपी और विधायक की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ लेकिन जब पुलिस के वाहनों को गांव से निकालने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों पर पथराव कर दिया। घटना में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। इस मामले में आज पुलिस ने गांव के 100 लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया है जिसमें से 23 को नामजद आरोपी बनाया गया है।
विदित हो कि नीमच में पुलिस पर हमला मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में तफ्तीश के दौरान किया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने डोडाचुरा की बरामदी में गड़बड़ी की, जिसके बाद उन्होंने पुलिस पर हमला किया। घटना में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पथराव के दौरान उन्हें चोटें आईं हैं। पुलिस ने इस मामले में 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से 23 को नामजद आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया, जिसके बाद मामला शांत हुआ।