सीजी भास्कर, 06 मार्च। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Scathing Attack) ने पार्टी के ही नेता मणिशंकर अय्यर के हालिया बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गहलोत ने कहा कि मणिशंकर अय्यर द्वारा पाकिस्तान के संदर्भ में दिया गया बयान केवल एक असामान्य व्यक्ति ही दे सकता है। उन्होंने अय्यर के राजीव गांधी के बारे में किए गए बयान पर भी नाराजगी जताई, इसे उनकी हताशा और निराशा का चरम बताया।
गहलोत (Ashok Gehlot Scathing Attack) ने कहा कि इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना बयान कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ हैं और इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मणिशंकर अय्यर से पहली मुलाकात तब हुई थी जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, और अय्यर पिछले 8-10 वर्षों से विवादास्पद बयानों में लिप्त हैं।
उन्होंने पहले भी पीएम मोदी के बारे में विवादित टिप्पणी की थी, जिससे वह विवादों में आए थे। गहलोत ने कहा कि ऐसे बयानों का आना पूरी तरह से समझ से परे है और केवल एक सिरफिरा ही ऐसा कह सकता है।
उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि वे पाकिस्तान के बारे में क्या कह रहे हैं। गहलोत ने कहा कि मणिशंकर अय्यर ने नरसिम्हा राव को बीजेपी का पहला प्रधानमंत्री तक करार दिया था। इसके अलावा, मणिशंकर अय्यर भारत और पाकिस्तान को समान स्तर पर रखते हैं और पाकिस्तान की नीतियों का समर्थन करते हैं।
मणिशंकर अय्यर की निराशा की चरम सीमा’ (Ashok Gehlot Scathing Attack)
गहलोत (Ashok Gehlot Scathing Attack) ने कहा कि किसी के कॉलेज में पास या फेल होने का प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनने से क्या संबंध है? मणिशंकर अय्यर के राजीव गांधी के बारे में हाल में दिए गए बयानों को लेकर मैं मानता हूं कि यह उनकी निराशा की चरम सीमा है। जब किसी व्यक्ति के जीवन में इस स्तर की निराशा आ जाती है, तो वह खुद नहीं समझ पाता कि वह क्या कह रहा है।
कांग्रेस नेता ने क्या कहा (Ashok Gehlot Scathing Attack)
ज्ञात हो कि मणिशंकर अय्यर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते सुनाई दे रहे हैं, “जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो मैंने और कई अन्य लोगों ने इस पर सवाल उठाया था, क्योंकि वह एक एयरलाइन पायलट थे और विश्वविद्यालय में दो बार फेल हुए थे।
उन्हें प्रधानमंत्री कैसे बनाया जा सकता था?” हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब रिकॉर्ड किया गया था, लेकिन संभवतः यह अय्यर के किसी हालिया इंटरव्यू का हिस्सा हो सकता है।
वीडियो में मणिशंकर अय्यर ने कहा, “जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो लोगों ने अलग-अलग राय बनाई। मैंने सोचा, वह एक एयरलाइन पायलट हैं और दो बार असफल हो चुके हैं। मैंने उनके साथ कैम्ब्रिज में पढ़ाई की थी, जहां वह उन जगहों पर फेल हुए, जहां पास होना अपेक्षाकृत आसान माना जाता है।
कैम्ब्रिज में फर्स्ट डिवीजन प्राप्त करना असफल होने से कहीं सरल है, क्योंकि विश्वविद्यालय अपनी छवि बनाए रखने के लिए प्रयास करता है कि कम से कम सभी छात्र पास हों।
इसके बाद उन्होंने इंपीरियल कॉलेज लंदन में दाखिला लिया, लेकिन वहां भी उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। इसलिए, मुझे यह सोचकर आश्चर्य हुआ कि ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है।”