सीजी भास्कर 14 मार्च तमिलनाडु का बजट 2025-26 आज यानी शुक्रवार को विधानसभा में पेश किया जा रहा है. वित्त मंत्री थंगम थेन्नारासु बजट पेश कर रहे हैं. जहां एक तरफ आज बजट पेश किया जाना है, वहीं दूसरी तरफ राज्य में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं. बजट पेश किए जाने से पहले गुरुवार को देवनागरी रुपये के प्रतीक को तमिल अक्षर में बदले जाने के चलते बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद पैदा हुआ.
राज्य सरकार ने बजट के लिए देवनागरी रुपये के प्रतीक को तमिल अक्षर से बदल दिया था.वित्त मंत्री थेन्नारासु दूसरी बार बजट पेश करेंगे. यह DMK के नेतृत्व वाली सरकार का पांचवां बजट भी है. रिपोर्ट के अनुसार, बजट पर चर्चा 17 मार्च को शुरू हो सकती है.विपक्षी दलों, मुख्य रूप से AIADMK और बीजेपी ने कानून और व्यवस्था में कथित खामियों के साथ-साथ बढ़ते कर्ज के लिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना की है, जिसे बजट सत्र के दौरान संबोधित किया जाएगा. बजट में 2026 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होने की उम्मीद है, जिसमें खर्च बढ़ाना और सामाजिक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है.
वहीं, कृषि बजट 15 मार्च को मंत्री एम आर के पन्नीरसेल्वम पेश करेंगे.भाषा और लोगो को लेकर छिड़ा विवादतमिल नाडु में बजट पेश किए जाने से पहले गुरुवार को तमिलनाडु सरकार ने राज्य के बजट के लोगो के रूप में सामान्य मुद्रा प्रतीक ‘रुपये’ की जगह तमिल वर्णमाला ‘आरयू’ लोगो सामने रखा. इससे विवाद छिड़ गया. राज्य के बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने इस कृत्य की निंदा की और कहा कि DMK अधिक गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी राष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक को बदलने के लिए सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “अगर डीएमके को ‘रुपये’ से कोई समस्या है, तो उसने 2010 में इसका विरोध क्यों नहीं किया, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के तहत इसे आधिकारिक तौर पर अपनाया गया था, उस समय जब डीएमके केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा थी?”