उत्तराखंड , 12 अप्रैल 2025 :
Uttarakhand News: उत्तराखंड के देवप्रयाग थाना क्षेत्र अंतर्गत बादशाह होटल के पास शनिवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया. रुड़की से धारी देवी मंदिर के दर्शन को जा रहे परिवार की थार कार अनियंत्रित होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरते हुए अलकनंदा नदी में समा गई. हादसे में एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई है, जबकि कार में सवार अन्य पांच लोग लापता हैं. स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरिद्वार जनपद के रुड़की निवासी अनीता (उम्र लगभग 55 वर्ष), पत्नी श्री मदन सिंह, अपने परिवार के साथ थार गाड़ी में धारी देवी दर्शन के लिए जा रही थीं. जैसे ही उनकी गाड़ी देवप्रयाग क्षेत्र के बादशाह होटल के पास पहुंची, वाहन अनियंत्रित होकर सीधे गहरी खाई में जा गिरी और अलकनंदा नदी में समा गई.
हादसे में 1 महिला गंभीर रूप से घायल
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. राहत एवं बचाव कार्य के दौरान अनीता को गंभीर हालत में खाई से निकालकर तत्काल श्रीनगर के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायल महिला ने बताया कि गाड़ी में उनके दो बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष सवार थे, जो हादसे के बाद से लापता हैं.
देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल रावत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे के बाद नदी में समाई कार में फंसे लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया गया है. नदी में बहाव तेज होने के कारण बचाव कार्य में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन पुलिस और एसडीआरएफ की टीम लगातार खोजबीन में जुटी हुई है. अब तक किसी अन्य व्यक्ति का सुराग नहीं लग पाया है.
मामले में थाना प्रभारी ने क्या बोला?
रावत ने कहा कि गाड़ी का मलबा नदी में गहराई तक समा गया है, जिसे बाहर निकालने के लिए विशेष उपकरणों और गोताखोरों की मदद ली जा रही है. स्थानीय प्रशासन की ओर से लापता लोगों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और घटनास्थल पर सुरक्षा के दृष्टिगत अतिरिक्त बल तैनात किया गया है.
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा और चालकों की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हादसे के बाद क्षेत्र में शोक और सन्नाटा फैल गया है. प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि जब तक सभी लापता व्यक्तियों का पता नहीं चल जाता, राहत और बचाव कार्य जारी रहेगा.
गौरतलब है कि देवप्रयाग क्षेत्र पहाड़ी ढलानों और तीव्र मोड़ों के लिए जाना जाता है, जहां हर वर्ष कई दुर्घटनाएं सामने आती हैं. प्रशासन ने यात्रियों से सतर्कता बरतने और सुरक्षित ड्राइविंग के निर्देशों का पालन करने की अपील की है.