15 अप्रैल 2025 :
Delhi News: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में इस वर्ष छात्रसंघ चुनाव की तारीख 25 अप्रैल को तय कर दी गई हैं और परिणाम 28 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन की मंजूरी के बाद चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं.
चुनाव समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बार कुल 7906 छात्र मतदाता सूची में शामिल हैं. इनमें से 43 प्रतिशत महिला छात्र हैं, जबकि 57 प्रतिशत छात्र हैं. छात्र संगठन चुनाव को लेकर सक्रिय हो गए हैं और लगातार बैठक कर रणनीति बना रहे हैं.
नामांकन और मतदाता सूची में संशोधन 15 अप्रैल से शुरू
मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू होगी. सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक छात्र अपनी जानकारी में बदलाव करवा सकेंगे. इसी दिन से नॉमिनेशन फॉर्म भी जारी किए जाएंगे. 17 और 21 अप्रैल को स्कूल स्तर की जनरल बॉडी मीटिंग्स आयोजित की जाएंगी, जबकि 22 अप्रैल को यूनिवर्सिटी जनरल बॉडी मीटिंग होगी.
JNU की प्रेसिडेंशियल डिबेट वर्षों से सबसे बड़ा आकर्षण इस चुनाव को लेकर हैं. 23 अप्रैल की रात को प्रेसिडेंशियल डिबेट आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रत्याशी अपनी बात रखेंगे. 24 अप्रैल को प्रचार पर रोक रहेगी. मतदान 25 अप्रैल को दो चरणों में होगा.
चुनाव में देरी को लेकर छात्रों ने जताई थी नाराज़गी
पहला चरण सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दूसरा चरण दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक चलेगा. मतगणना उसी दिन रात 9 बजे से शुरू होगी, और अंतिम परिणाम 28 अप्रैल को जारी किए जाएंगे. पिछली बार की तुलना में लगभग एक महीने देर से हो रहे हैं. 2024 में चुनाव मार्च में पूरे हो गए थे.
देरी को लेकर छात्रों ने आपत्ति भी जताई थी, जिसके बाद प्रशासन ने चुनाव को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया.पिछले वर्ष की बात करें तो चार साल के लंबे इंतेज़ार के बाद छात्रसंघ चुनाव हुए थे वहीं चुनाव के नतीजे 2024 में यूनाइटेड लेफ्ट गठबंधन के पक्ष में रहे जिसके अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर जीत हासिल हुई थी.
जबकि संयुक्त सचिव पद पर बिरसा अंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (BAPSA) ने सफलता प्राप्त की थी. इस बार फिर से छात्र राजनीति के केंद्र में जेएनयू है, और सभी छात्र संगठन पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.