पश्चिम बंगाल , 21 अप्रैल 2025 :
UP Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने पश्चिम बंगाल की स्थिति पर तीखा हमला बोला है. उन्नाव में आयोजित ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान साध्वी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की हालत बेहद चिंताजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि वहां कब किसके घर पर हमला हो जाए, यह कोई नहीं जानता.
साध्वी ने कहा, “मैं 2023 की एक घटना का जिक्र करना चाहती हूं जब एक रिटायर्ड फौजी के घर पर सिर्फ इसलिए हमला हुआ था क्योंकि उसके घर पर भाजपा का झंडा लगा था. टीएमसी के गुंडों ने घर में तोड़फोड़ कर दी थी.” उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का प्रशासन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे के बिना कोई कार्रवाई नहीं करता.
“हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है”
साध्वी निरंजन ज्योति ने आरोप लगाया कि केरल और पश्चिम बंगाल में आम लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते. उन्होंने कहा, “वहां हिटलरशाही जैसी स्थिति है. जो सरकार अपने ही राज्य के लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकती, वह विकास और सुशासन की बातें कैसे कर सकती है?”
साध्वी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद समेत कई जिलों में हिंदू परिवारों का पलायन हो रहा है, जो इस बात का साफ संकेत है कि वहां सब कुछ ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ वोटबैंक की राजनीति में लगी हुई है और तुष्टिकरण की नीति अपना रही है.
राजनीतिक बयानबाजी के बीच बंगाल की सच्चाई
बता दें कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भाजपा लंबे समय से तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाती रही है. बीते कुछ वर्षों में कई मौकों पर बंगाल में हिंसा, राजनीतिक टकराव और साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. खासकर चुनावी समय में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हमले, कार्यालयों में तोड़फोड़ जैसे आरोप बार-बार लगाए जाते रहे हैं.
वहीं, ममता बनर्जी सरकार इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहती रही है कि भाजपा माहौल बिगाड़ने की कोशिश करती है और राज्य की शांति में बाधा डालती है.
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर चर्चा के मंच से उठा राजनीतिक मुद्दा
हालांकि साध्वी निरंजन ज्योति ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर बोलने आई थीं, लेकिन उन्होंने मौके का फायदा उठाकर पश्चिम बंगाल की स्थिति को केंद्र में लाते हुए ममता सरकार पर जमकर हमला बोला. उनका यह बयान आगामी लोकसभा चुनावों के संदर्भ में भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा पश्चिम बंगाल को अपने लिए एक प्रमुख चुनावी मैदान बना चुकी है.