30 अप्रैल 2025 :
US Tariff On China: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया को चौंकाते हुए चीन पर 145% टैरिफ को सही और जरूरी ठहराया है. उन्होंने एबीसी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि वे हमें इस तरह से लूट रहे हैं, जैसा किसी ने कभी नहीं लूटा. ट्रंप का कहना है कि यह टैरिफ चीन की अनुचित व्यापार नीतियों और अमेरिकी उद्योगों को नुकसान से निपटने के लिए जरूरी है.
अमेरिका और चीन दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं. ट्रंप ने जहां चीन पर 145% टैरिफ लगाया, वहीं चीन ने जवाब में 125% तक टैरिफ लगाकर अमेरिका को करारा जवाब दिया है. इस टैरिफ का कई क्षेत्रों पर असर दिखने वाला है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, निर्माण सामग्री की लागत में भारी बढ़ोतरी शामिल है.
फाइनेंशियल मार्केट्स में हड़कंप
टैरिफ की वजह से वैश्विक मुद्रास्फीति पर दबाव बढ़ने और आर्थिक मंदी की भी गंभीर आशंका पैदा हो गई है. हालांकि, ट्रंप का कहना है कि अच्छे दिन आने वाले हैं लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं. ट्रंप का दावा है कि चीन के साथ बातचीत जारी है, लेकिन उन्होंने इसके संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी. दूसरी ओर चीनी सरकार का कहना है कि कोई भी बातचीत फिलहाल नहीं चल रही है.
टैरिफ से ट्रंप की रणनीति
ट्रंप प्रशासन को उम्मीद है कि टैरिफ से मिलने वाला राजस्व उन्हें टैक्स में कटौती और घरेलू परियोजनाओं में निवेश करने का अवसर देगा, लेकिन आलोचकों का कहना है कि इससे घरेलू उत्पादन लागत बढ़ेगी, निर्यात कम होगा और दाम बढ़ने से मिडिल क्लास के लोगों पर दबाव बनेगा. अमेरिका ने चीन के अलावा 20 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगाया है. इस लिस्ट में भारत का भी नाम शामिल है, जिस पर 26 फीसदी टैरिफ लागू करने की बात शामिल है. हालांकि, अमेरिका ने फिलहाल 90 दिनों के लिए टैरिफ लागू करने पर रोक लगा दी है.