सीजी भास्कर, 04 मई। छत्तीसगढ़ में आए तेज आंधी-तूफान ने रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई। तेज हवा और पेड़ों के गिरने से 1000 से अधिक बिजली के खंभे और कुल 1217 विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। इस कारण अधिकांश फीडरों से विद्युत आपूर्ति (CG Storm Power Supply) बाधित हो गई।
मुख्यमंत्री द्वारा आपूर्ति जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गए, जिस पर ऊर्जा सचिव की निगरानी में बिजली विभाग की टीम ने युद्धस्तर पर काम शुरू किया। वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक भीम सिंह कंवर ने बताया कि अधिकतर शहरी और आबादी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सामान्य कर दी गई है। खेतों और वन क्षेत्रों में दूसरे चरण का कार्य जारी है। रात भर कर्मचारी और अधिकारी पोल खड़े करने, तार जोड़ने और बाधित फीडरों को चालू करने में जुटे रहे।
जिलावार नुकसान और सुधार कार्य (CG Storm Power Supply)
रायपुर ग्रामीण क्षेत्र में 807 पोल क्षतिग्रस्त हुए, जिसमें से अधिकतर को बदलकर सप्लाई बहाल कर दी गई है। हथबंध उपकेंद्र की 33 केवी लाइन के तीन पोल टूटने के बावजूद 24 घंटे में सप्लाई फिर से शुरू कर दी गई।
11 केवी के 27 फीडर और लगभग 350 बस्तियों में आपूर्ति बाधित हुई थी, जिनमें से केवल 45 बस्तियों में कार्य शेष है। रायपुर शहर में 33 और 11 केवी के 36 खंभे और 430 निम्नदाब लाइनें प्रभावित हुई थीं। 93 उपकेंद्रों की आपूर्ति ठप हो गई थी, जिसे रातभर की मेहनत से बहाल कर दिया गया। अब शहर में 100% विद्युत आपूर्ति चालू है।
अन्य क्षेत्रों की स्थिति (CG Storm Power Supply)
जगदलपुर डिवीजन के कांकेर, पखांजूर, नारायणपुर, कोण्डागांव, बीजापुर और सुकमा में कुल 125 पोल और 295 से अधिक लाइनें क्षतिग्रस्त हुईं। अधिकांश इलाकों में सुधार कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष में कार्य रातभर जारी रहेगा।
राजनांदगांव, खैरागढ़ और मानपुर-मोहला जिलों में 33 केवी के 2 और 11 केवी के 53 पोल टूटे, साथ ही 74 लो-वोल्टेज लाइनें भी प्रभावित हुईं। इन क्षेत्रों में भी अधिकांश आबादी क्षेत्रों में सप्लाई बहाल कर दी गई है। दुर्ग और भिलाई में 22 लो-वोल्टेज लाइनें प्रभावित हुईं जिन्हें शीघ्रता से चालू कर लिया गया है। ग्रामीण इलाकों में खेतों में हुई क्षति का आंकलन जारी है।
निगरानी और सहयोग (CG Storm Power Supply)
लाइन सुधार कार्यों में सतर्कता शाखा, एसटीएम, परियोजना अधिकारी, ठेकेदार और जिला प्रशासन की टीमें सक्रिय रूप से लगी हुई हैं। स्थानीय निकायों की मदद से गिरे पेड़, फ्लेक्स, होर्डिंग्स हटाने में तेजी आई है। बिजली विभाग ने प्राथमिकता के तौर पर पेयजल, अस्पताल और सार्वजनिक सेवाओं को पहले चालू किया। कृषि कनेक्शन की लाइनों की मरम्मत भी तेज गति से की जा रही है।