सीजी भास्कर, 16 मई : छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार अभियान के अंतर्गत मुंगेली जिले में बड़ी कार्रवाई हुई है। कलेक्टर मुंगेली ने लोरमी विकासखण्ड के दो पटवारियों (Patwari Suspended News) को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई समाधान शिविरों में ग्रामीणों द्वारा की गई गंभीर शिकायतों के आधार पर की गई।
निलंबित पटवारियों में ग्राम कलमीडीह, हल्का क्रमांक 03 की पटवारी मनीषा टण्डन और ग्राम धोबघट्टी, हल्का क्रमांक 14 के पटवारी कृष्णा कुलमित्र शामिल हैं। ग्रामीणों ने समाधान शिविर में आरोप लगाया कि ये दोनों पटवारी किसानों से दुर्व्यवहार करते थे, काम के बदले रिश्वत मांगते थे और अक्सर मुख्यालय से गायब रहते थे।
जांच में आरोपों को प्राथमिक स्तर पर सही पाए जाने के बाद कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से दोनों को निलंबित (Patwari Suspended News) कर दिया। साथ ही, हल्के की व्यवस्था बनाए रखने हेतु कलमीडीह का प्रभार सावित्री अंचल (हल्का क्रमांक 08) और धोबघट्टी का प्रभार चंद्रभान पात्रे (हल्का क्रमांक 15) को सौंपा गया है।
कलेक्टर कुमार ने स्पष्ट किया कि शासन की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का त्वरित और पारदर्शी समाधान है। सुशासन तिहार का उद्देश्य ही यही है कि हर नागरिक को न्याय और सुविधा बिना किसी बाधा के मिले। उन्होंने कहा कि इस अभियान में किसी भी स्तर की लापरवाही, भ्रष्टाचार या असंवेदनशीलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई प्रशासन की पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिससे अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सख्त संदेश जाएगा।
त्वरित कार्रवाई बनी सुशासन की पहचान (Patwari Suspended News)
सुशासन तिहार के अंतर्गत चल रहे समाधान शिविरों में प्राप्त जनशिकायतों पर तत्काल एक्शन लेने की नीति को जनता का समर्थन मिल रहा है। प्रशासन द्वारा की जा रही इस त्वरित कार्यवाही से ग्रामीणों में विश्वास की भावना बढ़ी है। कलेक्टर स्तर से लेकर तहसील कार्यालयों तक जवाबदेही तय की जा रही है। यही वजह है कि आम नागरिक खुलकर अपनी बात कह पा रहे हैं और समस्याओं के हल की उम्मीद जगी है।