सीजी भास्कर, 30 मई| जशपुरनगर जिले में संचालित (आश्रम छात्रावास) व्यवस्था को सुदृढ़ और अनुशासित बनाए रखने के लिए कलेक्टर रोहित व्यास ने जिला पंचायत सभाकक्ष में आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित एकलव्य, आश्रम एवं छात्रावासों के (हॉस्टल अधीक्षकों) की समीक्षा (Hostel Superintendent Alcohol Case) बैठक ली।
बैठक की शुरुआत में कलेक्टर ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणामों की समीक्षा की और निर्देश दिया कि कमज़ोर बच्चों पर विशेष ध्यान देकर रिजल्ट सुधारें। उन्होंने कहा कि मंडल संयोजकों को केवल बैठकर काम नहीं करना है, बल्कि आश्रमों का नियमित निरीक्षण कर व्यवस्थाएं सुधारनी होंगी।
कलेक्टर ने सख्त चेतावनी दी कि (हॉस्टल परिसर) में अधीक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। निरीक्षण के दौरान कोई भी अधीक्षक अनुपस्थित पाया गया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। विशेष रूप से उन्होंने बालिका छात्रावासों की सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा।
सबसे कड़ा निर्देश यह दिया गया कि यदि किसी अधीक्षक या कर्मचारी को छात्रावास परिसर में (शराब सेवन) करते पाया गया तो उस पर एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त (Hostel Superintendent Alcohol Case) किया जाएगा। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि ऐसे मामलों में संबंधित अधीक्षक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने निर्देशित किया कि बच्चों को छुट्टियों में भेजते समय केवल माता-पिता के साथ ही भेजें, किसी भी अनजान व्यक्ति को नहीं सौंपा जाएगा। आश्रमों में भोजन की गुणवत्ता, बच्चों के वस्त्रों की सफाई, योग, खेलकूद और दैनिक दिनचर्या की आदतों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि स्कूल खुलने से पूर्व 8 से 14 जून तक छात्रावासों में साफ-सफाई अभियान और बौद्धिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही सभी आश्रमों में (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) सिस्टम लगवाने और जल संरक्षण पर कार्य करने के निर्देश दिए गए। बैठक में डिप्टी कलेक्टर हरि ओम द्विवेदी, सहायक आयुक्त संजय सिंह, मंडल संयोजक एवं विभिन्न छात्रावासों के अधीक्षक उपस्थित रहे।