सीजी भास्कर18 जून ‘ईरान में सोशल मीडिया और चैटिंग ऐप्स पर कंट्रोल कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार मामला ज्यादा गंभीर दिख रहा है. ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने हाल में अपने देशवासियों से अपील की है कि वे अपने मोबाइल से WhatsApp को डिलीट कर दें. उनका दावा है कि WhatsApp यूजर्स की जानकारी चुपचाप इकट्ठा कर इजराइल को भेज रहा है.ये बयान बिना किसी ठोस सबूत के दिया गया है, लेकिन ईरान जैसे देश में जहां सरकार डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नजर रखना चाहती है, ऐसे दावों के बाद ऐप्स पर बैन लगाना आम बात हो गई है.
Meta कंपनी के स्वामित्व वाले WhatsApp ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है. WhatsApp का कहना है कि हम यूजर्स की प्राइवेसी की सुरक्षा को बहुत गंभीरता से लेते हैं. हम न तो किसी का डेटा किसी देश को देते हैं और न ही आपकी लोकेशन या चैट हिस्ट्री को ट्रैक करते हैं.WhatsApp का सबसे बड़ा हथियार एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन है. इसका मतलब ये होता है कि आपके और आपके कॉन्टेक्ट्स के बीच होने वाली बातचीत को कोई तीसरा नहीं पढ़ सकता, यहां तक कि खुद WhatsApp भी नहीं.पहले भी लग चुका है बैनसाल 2022 में, ईरान में एक महिला की हिरासत में मौत के बाद जब विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, तो सरकार ने WhatsApp और Google Play Store को बैन कर दिया था.
उस वक्त सरकार का मकसद था इंफॉर्मेशन को फैलने से रोकना. हालांकि, जनता की नाराजगी और जरूरतों को देखते हुए कुछ महीनों बाद ये बैन हटा लिया गया.WhatsApp की जरूरत ईरान मेंईरान में WhatsApp सिर्फ चैटिंग ऐप नहीं, बल्कि पर्सनल कॉन्टेक्ट, बिजनेस कम्युनिकेशन और इंटरनेशनल रिश्तेदारों से जुड़ाव का जरिया है. WhatsApp, Instagram और Telegram ये तीन ऐप्स ईरान के सबसे पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स हैं. ऐसे में WhatsApp को हटाने की सरकारी अपील, जनता के लिए डिजिटल लाइफ पर असर डाल सकती है.VPN और प्रॉक्सी से होता है काम जारीईरान में कई ऐप्स और वेबसाइट्स पहले से ही ब्लॉक हैं. लेकिन वहां के लोग VPN (Virtual Private Network) या प्रॉक्सी सर्वर की मदद से इन ऐप्स को चलाते हैं.
इसका मतलब सरकार के ब्लॉक लगाने से सोशल मीडिया का यूज रुकता नहीं, बस थोड़ा मुश्किल हो जाता है.तो क्या WhatsApp सच मे बैन हो जाएगा?अभी तक सरकार की तरफ से कोई ऑफिशियल आदेश नहीं आया है, लेकिन जिस तरह से पब्लिकली टीवी चैनल्स पर WhatsApp को हटाने की अपील की जा रही है, उससे संकेत मिलते हैं कि जल्द ही कुछ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं.WhatsApp की पॉपुलैरिटी और इसके यूजर फ्रेंडली फीचर्स को देखते हुए, अगर ऐप बैन होता है, तो लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.