Mandi Landslide: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में तेज बारिश और भूस्खलन के कारण मंडी-मनाली नेशनल हाईवे पर टनल नंबर 11 और 13 के बीच करीब 250 से 300 पर्यटक फंस गए हैं. ये सभी लोग रात से टनल के अंदर हैं और बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि टनल के दोनों ओर पहाड़ से मिट्टी और पत्थर गिर रहे हैं.
प्रशासन ने इनसे संपर्क किया है और टनल के अंदर खाना-पानी पहुंचा दिया गया है. सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन बारिश लगातार जारी है. जिससे राहत कार्य में परेशानी आ रही है. प्रशासन का कहना है कि जब तक बारिश नहीं रुकती और पहाड़ से पत्थर गिरना बंद नहीं होता, तब तक टूरिस्टों को बाहर निकालना खतरे से खाली नहीं है.टनल के दोनों सिरों पर रास्ते पूरी तरह बंद हैं. पैदल जाकर खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन गाड़ियां नहीं जा सकतीं. प्रशासन और बचाव दल मौके पर मौजूद हैं. मशीनें भी लगाई गई हैं, लेकिन तब तक काम शुरू नहीं हो सकता जब तक मौसम साफ न हो.
मंडी में बादल फटा, 3 की मौत, कई लोग लापता
मंडी जिले के अलग-अलग इलाकों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है. अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. करसोग में एक की मौत हुई है और चार लोग लापता हैं. बाड़ा क्षेत्र में दो लोगों की जान गई है. गोहर इलाके से नौ लोग अब भी लापता हैं. प्रशासन लगातार राहत और बचाव का काम कर रहा है, लेकिन खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश से काम में रुकावट आ रही है.
ब्यास नदी उफान पर, लोगों को किया गया रेस्क्यू
हमीरपुर में भी ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे किनारे फंसे लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं मंडी में भी ब्यास नदी किनारे के कई घर खतरे में हैं. प्रशासन ने लोगों को घर खाली करने के आदेश दिए हैं ताकि कोई हादसा न हो.प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है. प्रशासन ने सभी लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और पहाड़ी इलाकों में जाने से बचने की अपील की है. मंडी-मनाली हाईवे को साफ करने का काम मौसम साफ होते ही शुरू किया जाएगा.