रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सूदखोरी और जबरन वसूली करने वाले वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर पर कानून ने अब सख्ती बढ़ा दी है। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है और सख्त निर्देश दिए हैं कि अगर 14 दिन के भीतर थाने में पेश नहीं हुए, तो संपत्ति कुर्क की जाएगी।
फरार हैं दोनों भाई, पुलिस ने घोषित किया इनाम
तेलीबांधा, डीडीनगर और पुरानी बस्ती थानों में इन भाइयों के खिलाफ 5 से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, जबरन वसूली और सूदखोरी के गंभीर आरोप हैं। रोहित तोमर के खिलाफ केस दर्ज होते ही दोनों भाई फरार हो गए।
रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने दोनों पर ₹5000 का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने संभावित ठिकानों पर कई बार छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
37 लाख नकद और करोड़ों की संपत्ति जब्त
अब तक की छापेमारी में पुलिस ने:
- ₹37 लाख नकद
- ₹1 करोड़ से अधिक कीमत के सोने-चांदी के जेवर
- कोरे स्टांप पेपर
- और कई प्रॉपर्टी पेपर्स बरामद किए हैं।
पुलिस ने राजस्व विभाग को पत्र भेजकर संपत्ति विवरण मांगा है और बैंक खाते सीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नेपाल भागने का शक, मददगार भी रडार पर
सूत्रों की मानें तो दोनों भाई पहले उत्तर प्रदेश में छिपे रहे और अब शायद नेपाल भाग गए हैं। मोबाइल बंद हैं और परिवार से भी संपर्क नहीं है।
पुलिस अब मददगारों की तलाश कर रही है। अगर गिरफ्तारी नहीं होती, तो इन पर भी कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट के आदेश के अनुसार, 14 दिन के भीतर पेशी न होने पर संपत्ति की कुर्की शुरू होगी।