सीजी भास्कर, 07 जुलाई। Bihar Medical College Takeover : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल पर जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने छल-प्रपंच कर बिहार के किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कालेज को हड़पने का आरोप लगाया है।
रविवार को प्रेस-वार्ता कर PK ने कहा कि कालेज में 50 से अधिक राजनेताओं के स्वजन-संबंधियों को मैनेजमेंट कोटे से नामांकन कराकर दिलीप ने उपकृत किया और बदले में उनका सहयोग लिया। उपकृत होने वालों में लालू प्रसाद के दोनों साले और राधामोहन सिंह के स्वजन-संबंधी भी शामिल हैं।
प्रेस-वार्ता में कालेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के पुत्र गुरदयाल सिंह, पुत्री अमृत कौर, गुरमीत कौर और गुरिंदर पाल आदि उपस्थित (Bihar Medical College Takeover) रहे। उन्होंने प्रकरण की CBI और ED से जांच कराने की मांग की। पर्याप्त साक्ष्य का हवाला देते हुए जसुपा के उपाध्यक्ष वाईवी गिरि ने कहा कि वे इस मामले को यथाशीघ्र न्यायालय में ले जाएंगे।
PK ने बताया कि राबड़ी देवी के शासन-काल में अल्पसंख्यक समाज के इस कालेज पर कब्जा हुआ था।
मामूली क्लर्क से मैनेजिंग ट्रस्टी बने दिलीप ने मौलेश्वर सिंह के स्वजन को ट्रस्ट से हटाकर पूरी व्यवस्था पर कब्जा कर (Bihar Medical College Takeover) लिया और स्वयं मैनेजिंग ट्रस्टी बन गए। अपने पुत्र-पुत्रवधू को भी संस्थान में शामिल कर लिया।
25 वर्षों से यह क्रम चल रहा था, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठाई। तेजस्वी और तेजप्रताप के पास स्वास्थ्य विभाग का दायित्व रहा, फिर भी वे चुप रहे।
दिलीप को राबड़ी देवी ‘मुंहबोला भाई’ बताती हैं, जिससे स्पष्ट होता (Bihar Medical College Takeover)है कि व्यक्तिगत लाभ के लिए भाजपा, जदयू और राजद सभी हाथ मिला लेते हैं।