दुर्ग/रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह दुर्ग में एक प्रमुख रेलवे कांट्रेक्टर और होटल सागर इंटरनेशनल के मालिक के दीपक नगर स्थित आवास पर छापा मारा। इस कार्रवाई में CRPF जवानों की तैनाती के साथ-साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी देखी गई। बताया जा रहा है कि संबंधित कारोबारी समूह के पास कई नामों से दर्जनों फर्में हैं और इनका दायरा सिर्फ रेलवे ठेकों तक ही सीमित नहीं रहा है।
मिड डे मील से लेकर रेल नीर तक, विवादों से जुड़ा नाम
जानकारी के मुताबिक, इस कारोबारी समूह ने पिछली सरकार के कार्यकाल में मिड डे मील योजना में भी बड़ा ठेका लिया था। इसके अलावा इस ग्रुप के सदस्यों का नाम रेल नीर घोटाले जैसे गंभीर मामलों में भी सामने आ चुका है। हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ईडी की छापेमारी तीन भाइयों में से किसके घर या कार्यालयों पर केंद्रित है, या फिर तीनों को जांच के घेरे में लिया गया है।
परिवार में बंटवारा, लेकिन जांच की जद में पूरा नेटवर्क
यह कारोबारी परिवार अब तीन भागों में बंट चुका है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि छापे किस फर्म या किस सदस्य से जुड़े हैं। ईडी की टीम फिलहाल दस्तावेज़ों की बारीकी से जांच कर रही है और घर के अंदर से कई जरूरी फाइलें और डिवाइस ज़ब्त की गई हैं।
कारोबार का दायरा और संभावित जांच की दिशा
- रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े ठेके
- मिड डे मील योजनाओं में आपूर्ति का अनुबंध
- रेलवे की रेल नीर आपूर्ति में कथित घोटाले
- छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में फैला व्यावसायिक नेटवर्क
आगे की जांच में क्या हो सकता है?
सूत्रों के अनुसार, अगर ईडी को इस कार्रवाई में हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग या आय से अधिक संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ मिलते हैं, तो पूरे ग्रुप के खिलाफ PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत सख्त कार्रवाई हो सकती है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि सम्पत्ति कुर्की या बैंक खाता फ्रीज जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं।