सीजी भास्कर, 20 जुलाई| Chhattisgarh school building danger : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले कोंडागांव के माकड़ी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मगेदा के भतवा गांव में संचालित प्राथमिक शाला भवन की जर्जर स्थिति अब बच्चों की जान पर बन आई है। शनिवार रात शाला भवन की छत की पपड़ी अचानक गिर गई। गनीमत रही कि यह घटना रात्रि में हुई, वरना यदि स्कूल समय में यह हादसा होता तो 50 बच्चों की जान पर भारी पड़ सकता था। गांव के लोगों में अब भारी आक्रोश है कि बार-बार शिकायतों और ज्ञापनों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी बेखबर बने हुए हैं।
बताया गया है कि वर्ष 2023 में ही शाला भवन की जर्जर स्थिति को लेकर अभिभावकों और ग्रामवासियों ने बीईओ और डीईओ कार्यालय में लिखित रूप से ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि भवन की छत काफी पुरानी और कमजोर हो चुकी है, किसी भी समय गिर सकती (Chhattisgarh school building danger)है। लेकिन अधिकारियों ने न तो निरीक्षण किया और न ही मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए कोई कदम उठाया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय के साथ ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। गांव के रामकृष्ण नाग ने बताया कि बच्चे जब विद्यालय में होते हैं, तब छत की दरारें और पपड़ियां डर का कारण बनती हैं। अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, इसका मतलब यह नहीं कि प्रशासन को हाथ पर हाथ धरे बैठना चाहिए।
गांव के सरपंच और वार्ड सदस्यों ने एक बार फिर बीईओ और कलेक्टर से मांग की है कि तुरंत प्रभाव से भवन की मरम्मत करवाई जाए या नया भवन स्वीकृत किया जाए, अन्यथा यदि कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की (Chhattisgarh school building danger)होगी।
छात्रों और अभिभावकों की सुरक्षा को नजरअंदाज करना न सिर्फ शिक्षा के अधिकार का हनन है बल्कि यह प्रशासनिक संवेदनहीनता का भी परिचायक है। जब तक अधिकारी स्थल निरीक्षण कर स्थायी समाधान नहीं करते, तब तक बच्चों को दूसरे सुरक्षित स्थान पर पढ़ाई कराने की व्यवस्था की जानी चाहिए।