गाजियाबाद, यूपी — दिल्ली से सटे गाजियाबाद के गोविंदपुरम इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में तैनात 28 वर्षीय अधिकारी अविनाश कुमार और उनकी 25 वर्षीय बहन अंजलि ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार शाम को जब दोनों भाई-बहन ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया, तब उनकी सौतेली मां ने कई बार आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। परेशान होकर उन्होंने पड़ोसियों की मदद ली और दरवाजा काटकर खोला गया। अंदर का नजारा बेहद दर्दनाक था—दोनों भाई-बहन बेसुध पड़े थे।
परिजन उन्हें तुरंत सर्वोदय अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन शक गहराता जा रहा है
पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे यह समझना मुश्किल हो रहा है कि दोनों ने ये कदम क्यों उठाया। फिलहाल, कविनगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा ने पुष्टि की कि पुलिस को सूचना सर्वोदय अस्पताल से मिली। घटनास्थल की जांच की गई है लेकिन फिलहाल आत्महत्या के पीछे की वजह साफ नहीं है।
सौतेली मां पर प्रताड़ना के आरोप
इस घटना के बाद मृतक बच्चों की मौसी रेखा (वसुंधरा निवासी) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि—
“2007 में उनकी बहन (अविनाश-अंजलि की मां) की मौत के बाद, सुखबीर सिंह ने दूसरी शादी की थी। लेकिन उनकी दूसरी पत्नी अक्सर इन बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थीं, जिससे तंग आकर दोनों ने आत्महत्या कर ली।”
मौसी की यह बात जांच का एंगल बदल सकती है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए परिवारजनों से पूछताछ कर रही है।
कौन थे अविनाश और अंजलि?
- अविनाश कुमार: 28 साल के IB ऑफिसर, दिल्ली पोस्टिंग
- अंजलि: 25 वर्ष, एक निजी कंपनी में कार्यरत
- पिता: सुखबीर सिंह – सरकारी विभाग में अधिकारी
- सौतेली मां: सरकारी स्कूल में शिक्षिका
जांच में शामिल हैं ये बिंदु:
- क्या सौतेली मां द्वारा प्रताड़ना की बात सही है?
- क्या दोनों मानसिक तनाव में थे?
- किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका?