सीजी भास्कर, 6 अगस्त 2025 : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक व्यक्ति की मौत के बाद गोंडा-लखनऊ हाईवे पर उसका शव रखकर प्रदर्शन करना चाह रहे स्वजन व ग्रामीणों के खदेड़कर पुलिसकर्मियों ने जब हाईवे पर एंबुलेंस रुकने नहीं दी तो लोगों ने चलती एंबुलेंस से ही स्ट्रेचर समेत शव को नीचे गिरा दिया। इस घटना का वीडियो भी समाने आया है, जो इंटरनेट मीडिया पर बड़ी तेजी से प्रसारित हो रहा है। पुलिस ने ग्राम प्रधान विंदेश्वरी पाल समेत 14 नामजद व 15 से 20 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा किया है।
शुक्रवार को हृदयलाल चौहान की एक व्यक्ति से कहासुनी के बाद दो पक्ष भिड़ गए थे। इस दौरान हृदयलाल के पैर व सिर पर गंभीर चोट आई और वह बेहोश हो गए। उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया संस्थान में इलाज के दौरान सोमवार की सुबह उनकी मौत हो गई है।
इसके बाद उनका शव एंबुलेंस से घर ले जाया जा रहा था। देहात कोतवाली के उप निरीक्षक आत्मा सिंह के अनुसार, मृत्यु की सूचना पाकर मृतक के परिवार को ग्राम प्रधान बिंदेश्वरी पाल ने भड़काया। इसके बाद मृतक के स्वजन व गांव के अन्य लोग सुनियोजित तरीके से हाईवे पर खड़े हो गए। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई, लेकिन लोग ईंट-पत्थर चलाने लगे।
एंबुलेंस रुकी तो वहीं पर शव के साथ स्वजन प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को हाईवे से हटाया और शव उठाकर पिकअप में रखकर गांव पहुंचा दिया। पुलिस के समझाने के बाद स्वजन ने देर रात युवक का अंतिम संस्कार किया। हृदयलाल के तीन हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया गया है।