सीजी भास्कर, 12 अगस्त। नागपुर से मध्यप्रदेश जाने वाले हाईवे पर दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक सड़क दुर्घटना में पत्नी की मौत के बाद पति मदद के लिए राहगीरों से गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने सहायता नहीं की। संवेदनहीनता की इंतहा तब हुई जब युवक ने थक-हारकर अपनी पत्नी के शव को मोटरसाइकिल पर बांधा और करीब 80 किलोमीटर दूर अपने गांव तक यूं ही ले गया। यह घटना न केवल इंसानियत पर सवाल खड़े करती है बल्कि सरकारी तंत्र की लापरवाही को भी उजागर करती है।
मध्यप्रदेश स्थित अपने गांव पहुंच जाने के बाद नागपुर पुलिस ने उसका पता लगाकर उसकी पत्नी ज्ञारसी का शव वापस लाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और दंपती को टक्कर मारनेवाले ट्रक की तलाश कर रही है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के गृहनगर एवं चुनाव क्षेत्र में हुई इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दुर्घटना रविवार को दोपहर 2.30 से तीन बजे के बीच की है, जब नागपुर में रहनेवाला 36 वर्षीय अमित यादव अपनी पत्नी ज्ञारसी यादव के साथ अपनी मोटरसाइकिल से मध्यप्रदेश के लखनादौन स्थित अपने गांव करनपुर के लिए निकला था। नागपुर से कुछ ही दूर देवलापार में उसे एक ट्रक ने टक्कर मार दी।
ट्रक की टक्कर से उसकी पत्नी ज्ञारसी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और अमित यादव घायल हो गया। घायलावस्था में ही वह काफी देर तक सड़क पर खड़ा लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा। लेकिन न तो उसके पास हाइवे पुलिस का कोई दस्ता पहुंचा, ना ही किसी ने एंबुलेंस की व्यवस्था की। तब उसने पत्नी के शव को अपने मोटरसाइकिल पर ही पीछे बांधकर मध्यप्रदेश की ओर चलना शुरू कर दिया।
कुछ दूर जाने के बाद खुमारी टोल नाका पर पुलिस ने उसे इस हालत में जाते देख रोकने की कोशिश की। लेकिन वह रुका नहीं। तब पुलिस ने ही उसका वीडियो बना लिया।
बाद में नागपुर शहर एवं ग्रामीण पुलिस, तथा हाइवे पुलिस ने संयुक्त प्रयासों से मध्यप्रदेश स्थित उसके गांव का पता लगाया और उसके घर पहुंचकर ज्ञारसी यादव के शव को पुनः पोस्टमार्टम के लिए नागपुर लाया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल म्हस्के के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दंपती को टक्कर मारने वाले अज्ञात वाहन के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल पुलिस ने आसपास के टोल नाकों एवं हाइवे पर लगे सीसीटीवी की मदद से वाहन की तलाश शुरू कर दी है।