सीजी भास्कर, 8 सितम्बर। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सोमवार सुबह (Wild Elephant Terror) दंतैल हाथी के आने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सुबह करीब 8 बजे दल्लीराजहरा-महामाया रोड पर अचानक हाथी ट्रकों के सामने आ गया। खतरे को देखते ही ड्राइवर गाड़ियां सड़क पर ही छोड़कर भाग निकले। स्थानीय लोगों में भी दहशत फैल गई।
वन विभाग ने बताया कि यह हाथी मानपुर-मोहला जिले से होते हुए बालोद की सीमा में दाखिल हुआ है। यह दंतैल हाथी उम्र में युवा है और पहले दिखे झुंड के हाथियों (Wild Elephant Terror)से आकार में छोटा है। विभाग का अनुमान है कि यह पहली बार बालोद जिले में देखा गया है।
गोटुलमुंडा बैरियर क्रॉस कर पहुंचा चिखली क्षेत्र
वन विभाग के एसडीओ सिन्हा ने कहा कि हाथी की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। सुबह इसे बोड्डी डैम के पास देखा गया था, जिसके बाद यह जंगल और सड़कों से होते हुए चिखली क्षेत्र में पहुंच गया। अधिकारियों का मानना है कि यहां से यह आगे बालोद से धमतरी की ओर बढ़ सकता है।
20 गांवों में अलर्ट, मुनादी शुरू
ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मलकुंवर, आड़ेझर, हिड़कापार, जमरूआ, साल्हे, टेकाधोड़ा, हाथीगोर्रा, खल्लारी, अड़जाल, पुतरवाही, दारूटोला, सिंघनवाही, अरमुरकसा, खम्हारटोला, घोटिया सर्किल, पटेली और मंगलतराई सर्किल सहित 20 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। वन विभाग की टीम ने मुनादी कर ग्रामीणों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
(Wild Elephant Terror) ग्रामीणों से अपील
वन विभाग ने लोगों से कहा है कि वे जंगलों की ओर न जाएं और रात में जंगल रास्तों से यात्रा से बचें। यदि कहीं हाथी दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी वन कर्मचारी या अधिकारी को सूचना दें। विभाग ने साफ किया है कि सुरक्षा के लिए हर स्तर पर निगरानी रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैयार हैं।