सीजी भास्कर 9 सितंबर
लखनऊ: राज्य कर मुख्यालय (State Tax Headquarters), विभूति खंड में सोमवार दोपहर अचानक हड़कंप मच गया, जब कानपुर से आए बुआ-भतीजे ने GST डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार पर तवे से हमला कर दिया।
इस हमले में प्रमोद कुमार के हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह बीचबचाव कर उन्हें बचाया और दोनों हमलावरों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
कैसे हुआ हमला?
डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 1 बजे कानपुर के बर्रा निवासी रानी निगम और उनका भतीजा इंद्रजीत निगम उनकी केबिन में घुस आए। आते ही दोनों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो इंद्रजीत ने अचानक तवे से उन पर हमला बोल दिया।
- बचाव में प्रमोद कुमार ने हाथ आगे किए, जिससे उनके हाथ और पैर में चोटें आईं।
- शोर सुनकर ऑफिस स्टाफ मौके पर पहुंचा और दोनों हमलावरों को दबोच लिया।
पुरानी रंजिश बनी वजह
विभूति खंड थाने के इंस्पेक्टर अमर सिंह के मुताबिक, प्रमोद कुमार पहले कानपुर में तैनात थे। उस समय इंद्रजीत निगम उनके कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करता था।
- साल 2021 में इंद्रजीत ने अपने एक रिश्तेदार पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था।
- उसे शक था कि प्रमोद कुमार ने उस केस में उसके खिलाफ पैरवी की थी।
- इसी रंजिश के चलते इंद्रजीत और उसकी बुआ रानी निगम ने मिलकर हमला किया।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों – रानी निगम और इंद्रजीत निगम – को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर मुकदमा दर्ज किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
डिप्टी कमिश्नर का बयान
हमले के बाद डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार ने कहा:
“मेरा दोनों आरोपियों से कोई व्यक्तिगत परिचय नहीं है। वो अचानक केबिन में घुसते ही मुझ पर हमला करने लगे। कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई से ही मेरी जान बच सकी।”