सीजी भास्कर, 10 सितंबर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा ACB की टीम ने मंगलवार को सूरजपुर जिले में भू-अभिलेख कार्यालय के बाबू और बलरामपुर जिले में पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। सूरजपुर में भू-अभिलेख कार्यालय के बाबू प्रमोद यादव ने नक्शा काटने के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी, जबकि बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर तहसील के पंडरी गांव में पदस्थ पटवारी मोहन सिंह को 13 हजार रुपए लेते पकड़ा गया। इस कार्रवाई ने दोनों जिलों में भ्रष्टाचार के प्रति ACB की (ACB Operation) सजगता दिखा दी।
सूत्रों के मुताबिक, सूरजपुर में पदस्थ लिपिक प्रमोद यादव ने एक जमीन का नक्शा काटने के एवज में आवेदक से 20 हजार रुपये की मांग की थी। शिकायत मिलने पर ACB कार्यालय सरगुजा ने जांच की और रिश्वत की पुष्टि होते ही टीम ने सूरजपुर पहुंचकर बाबू को गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही भू-स्वामी ने रिश्वत की रकम भू-अभिलेख कार्यालय के लिपिक को दी, ACB ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी को () हिरासत में लिया।
बलरामपुर में भी स्थिति समान रही। पारिवारिक जमीन के बंटवारे के लिए पटवारी ने 13 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। किसान के विरोध पर पटवारी ने काम करने से मना कर दिया। किसान ने ACB में शिकायत दर्ज कराई और SDP प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम पंडरी पहुंची। जैसे ही रिश्वत की रकम पटवारी को दी गई, ACB ने मौके से इसे बरामद कर आरोपी को (ACB Operation) गिरफ्तार किया।
ACB अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उन्हें जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी, ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश (ACB Operation) मजबूत किया जा सके।