सीजी भास्कर, 11 सितंबर। राजधानी में बुधवार को ऐसा हादसा हुआ, जिसने सबको दहला दिया। बिना बारिश के ही आसमान से बिजली गिरी। सेंट जोसेफ स्कूल के मैदान में फुटबॉल खेल रहे 10वीं के छात्र प्रभात साहू की मौत हो गई।
दोपहर को जब बच्चे मैदान में खेल रहे थे। तभी अचानक तेज गरज और चमक के साथ (Lightning Strike) हुई और प्रभात उसकी चपेट में आ गया।
स्कूल प्रबंधन ने उसे तुरंत नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रभात साहू के पिता शिवशरण साहू ईओडब्ल्यू में प्रधान आरक्षक हैं।
परिवार जशपुर का मूल निवासी है और फिलहाल रायपुर के विजेता कॉम्प्लेक्स में रहता है।
सहपाठियों ने बताया कि प्रभात फुटबॉल का शानदार खिलाड़ी था। कई बार अकेले अपनी टीम को जीत दिला चुका था।
किसी को अंदाजा नहीं था कि खेल का वही मैदान उसकी जिंदगी का अंतिम पड़ाव बन जाएगा।
मौसम विभाग की चेतावनी
बुधवार को दोपहर से ही राजधानी में काले बादल छाए हुए थे, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। इसी बीच यह हादसा हुआ।
मौसम विभाग ने पहले ही रायपुर समेत सात जिलों में (Weather Warning) जारी की थी।
विभाग ने दोपहर 12:30 से 3:30 बजे के बीच वज्रपात की संभावना जताई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के समय इस तरह की घटनाएं अधिक होती हैं। आने वाले दिनों में भी ऐसी स्थिति बन सकती है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
सुरक्षा इंतजाम में लापरवाही
स्कूल परिसर में स्थित चर्च में तड़ित चालक (लाइटनिंग प्रोटेक्शन सिस्टम) लगाया गया था। लेकिन स्कूल भवन में नहीं।
विशेषज्ञों के अनुसार तड़ित चालक केवल 20 मीटर के दायरे में गिरने वाली बिजली को नियंत्रित कर सकता है।
घटना स्थल चर्च से करीब 50 मीटर दूर था, इसलिए उपकरण काम नहीं कर पाया।
अगर स्कूल प्रबंधन ने सुरक्षा उपकरण लगाए होते, तो शायद यह हादसा टल सकता था।
बच्चों और अभिभावकों में दहशत
घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
अभिभावक स्कूल प्रबंधन से सवाल पूछ रहे हैं कि जब चर्च में तड़ित चालक लगाया जा सकता है। तो स्कूल भवन और खेल मैदान में क्यों नहीं?
बच्चों के बीच भी डर का माहौल है। कई छात्रों ने कहा कि वे अब खुले मैदान में खेलने से हिचकिचा रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बिजली गिरना प्राकृतिक घटना है। लेकिन सुरक्षा उपाय अपनाकर नुकसान कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि तेज गर्जन, चमक या काले बादल देखते ही खुले मैदान से तुरंत हट जाना चाहिए। छाते या धातु की वस्तुएं अपने पास न रखें।
बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
यह हादसा चेतावनी है कि Thunderstorm Safety को हल्के में लेना बेहद खतरनाक हो सकता है। स्कूल प्रबंधन, प्रशासन और अभिभावकों को मिलकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।