सीजी भास्कर, 14 सितंबर। रात का सन्नाटा… और अचानक गूंजने लगी भारी कदमों की धमक। ग्रामीणों को लगा जैसे धरती (Elephant Attack) हिल रही हो। कोई बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाया, लेकिन बाहर का मंजर खौफनाक था। खेतों में लगी फसलें, घरों की दीवारें और गांव का सुकून—सब कुछ हाथियों के कहर तले बिखर रहा था। शनिवार (13 सितंबर) की रात छत्तीसगढ़ में (Elephant Attack) का ऐसा तांडव हुआ जिसने ग्रामीणों को दहला दिया। कोरबा जिले में जब लोग मोबाइल कैमरे से यह नजारा कैद कर रहे थे, तभी एक गुस्सैल हाथी उनकी ओर लपक पड़ा। पसान बस्ती में घरों की दीवारें टूट गईं, दुकानों के शटर चकनाचूर हो गए और बाइक व कारों के शीशे बिखरकर सड़कों पर फैल गए।
इसी दौरान रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में भी (Elephant Attack) का खौफ साफ दिखा। यहां 170 हाथियों का विशाल दल डेरा डाले हुए है। इसी झुंड ने 32 किसानों की टमाटर और धान की फसल रौंद डाली। एक मकान ढहा दिया गया और एक युवक तो हाथी के पैरों के नीचे आते-आते मौत से बाल-बाल बचा। सूरजपुर जिले के तमोर पिंगला एलीफेंट रिजर्व से भी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बेबी एलीफेंट कीचड़ में खेलता दिखाई दे रहा है।
रायगढ़ के जंगलों में इस वक्त 170 हाथियों की मौजूदगी है। धरमजयगढ़ वन मंडल में अकेले 153 हाथी हैं, जबकि रायगढ़ वन मंडल में 17 हाथी अलग-अलग इलाकों में घूम रहे हैं। इनमें नर 49, मादा 73 और शावक 48 शामिल हैं। यही झुंड कापू रेंज के जंगल से निकलकर सरगुजा वन मंडल तक जा पहुंचा है।
धरमजयगढ़ के लैलूंगा परिक्षेत्र के सागरपाली गांव में शुक्रवार रात (Elephant Attack) का सबसे भयावह नजारा दिखा, जब हाथियों ने 6 किसानों की धान की फसल रौंदकर बर्बाद कर दी। इसी बीच एक ग्रामीण हाथी के पैरों के नीचे आने से बच निकला।
इसके अलावा बाकरूमा रेंज के रैरूमा गांव में 5 किसानों की टमाटर और धान की फसलें चौपट कर दी गईं। एक मकान की दीवार ढहा दी गई। छाल के लोटान में 1 और पुरूंगा में 3 किसानों की फसलें रौंदी गईं। बोरो रेंज के चाल्हा, घोंचल, आमापाली और मेढरमार गांव में भी (Elephant Attack) की तबाही दर्ज की गई।
रायगढ़ वन मंडल के घरघोड़ा रेंज में विचरण कर रहा 48 हाथियों का झुंड 4 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाकर छाल रेंज की ओर बढ़ गया। ऐसे में ग्रामीण अब हर पल दहशत में जी रहे हैं। (Elephant Attack) की दहशत का आलम यह है कि लोग खेतों में रात बिताने से डरने लगे हैं और प्रशासन की टीम लगातार निगरानी में जुटी है।