सीजी भास्कर. 23 सितंबर। त्योहारी सीजन आते ही ऑफलाइन और ऑनलाइन खरीदारी बढ़ जाती है। इसी दौरान (Online Fraud Awareness) साइबर ठग भी सक्रिय हो जाते हैं। सोशल मीडिया से लेकर फर्जी वेबसाइट तक बनाते हैं और उनमें खरीदी करने पर भारी ऑफर दिखाते हैं। इन ऑफर्स को देखकर अधिकांश लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और साइबर ठगी का शिकार बन जाते हैं।
हर साल 50 से अधिक मामले ऑनलाइन खरीदारी करते समय ठगी के दर्ज होते हैं। (Online Fraud Awareness) साइबर अपराधी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम से हूबहू वेबसाइट तैयार कर लेते हैं। इनमें खरीदारी करने पर भारी छूट का लालच दिया जाता है। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी फर्जी ऑफर वाले मैसेज भेजे जाते हैं। इनके झांसे में आकर लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
हेल्पलाइन नंबर 1930 का करें इस्तेमाल
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया है। (Online Fraud Awareness) इस नंबर पर कॉल करने से ठगी गई रकम वापस पाने और अपराधियों पर कार्रवाई में मदद मिलती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सतर्क रहना जरूरी है। अनजान लिंक पर क्लिक न करें और ई-कॉमर्स कंपनियों के ऑफर की जांच करने के बाद ही खरीदारी करें।
18 माह में 107 करोड़ की चपत
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा में दी गई जानकारी के अनुसार जनवरी 2024 से जून 2025 के बीच हुई साइबर ठगी में लोगों को 107 करोड़ से अधिक की चपत लगी। (Online Fraud Awareness) इतनी बड़ी रकम साइबर ठगों ने बैंक खातों से उड़ा ली। इसी अवधि में एनसीआरपी में 67 हजार 389 ऑनलाइन फ्रॉड मामले दर्ज हुए। इनमें से केवल 1820 पीड़ितों को ही रकम वापस मिल पाई। विशेषज्ञों का कहना है कि (Online Fraud Awareness) समय रहते जागरूक होकर ही लोग साइबर ठगी से बच सकते हैं।
