सीजी भास्कर, 26 सितंबर। राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (Chaitanyanand Swami Case) से जुड़ा मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। यहां पढ़ने वाली छात्राओं ने आरोप लगाया है कि संस्थान पर नियंत्रण रखने वाला चैतन्यानंद सरस्वती लंबे समय तक उनका यौन और मानसिक शोषण करता रहा।
आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली छात्राओं को कभी डर दिखाकर, तो कभी विदेश यात्रा का लालच देकर वह अपने जाल में फंसाता था। जब दबाव असहनीय हो गया, तो आखिरकार छात्राओं ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सीसीटीवी के नाम पर नजरबंदी
छात्राओं का कहना है कि आरोपी ने हॉस्टल (Chaitanyanand Swami Case) के लगभग हर हिस्से में सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे थे, यहां तक कि बाथरूम के आस-पास भी। सिक्योरिटी के नाम पर लगाए गए इन कैमरों का इस्तेमाल वह छात्राओं पर नज़र रखने और निजी सवाल पूछने के लिए करता था।
अश्लील सवाल और देर रात मैसेज
पीड़िताओं के मुताबिक, चैतन्यानंद छात्राओं से अश्लील सवाल करता था, जैसे—क्या उन्होंने शारीरिक संबंध बनाए हैं और क्या कंडोम का इस्तेमाल किया गया। कई छात्राओं ने यह भी बताया कि देर रात उन्हें व्हाट्सऐप पर मैसेज आते थे, जिनमें लिखा होता था— “Baby, I love you”। इतना ही नहीं, उन्हें रात के समय निजी कक्ष में बुलाया जाता और विदेश ले जाने का दबाव बनाया जाता। एक पीड़िता ने तो यह तक बताया कि उसे जबरन मथुरा ले जाने की कोशिश की गई।
विरोध करने पर रुकती थी डिग्री
जो छात्राएं उसका विरोध करतीं, उनके खिलाफ संस्थान के भीतर ही साजिश रची जाती। अटेंडेंस काट दी जाती, अंक कम कर दिए जाते और डिग्री रोक दी जाती। एफआईआर में तीन महिला स्टाफ सदस्यों का नाम भी दर्ज है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को दबाव में लेकर सबूत मिटाने और नाम बदलवाने तक की कोशिश की।
धमकियां और मानसिक टॉर्चर
एक शिकायतकर्ता के मुताबिक, उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया और हॉस्टल (Chaitanyanand Swami Case) में अलग-थलग कर दिया गया। यहां तक कि धमकी दी गई कि अगर उसने विरोध किया तो उसका राज प्रभावशाली लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा।
फरार है चैतन्यानंद Chaitanyanand Swami Case
करीब 60 वर्षीय चैतन्यानंद सरस्वती अगस्त से फरार है। पुलिस का कहना है कि वह लगातार ठिकाना और भेष बदल रहा है ताकि गिरफ्तारी से बच सके। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है। यह संस्थान शृंगेरी पीठ से जुड़ा हुआ है और पीठ ने ही आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
