सीजी भास्कर, 01 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले का चर्चित बिरनपुर (CBI Investigation) हत्याकांड राजनीतिक साजिश नहीं थी। यह तथ्य सीबीआई की चार्जशीट में सामने आया है। सीबीआई ने मामले में जांच पूरी कर कोर्ट में 18 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है। हत्याकांड में मारे गए भुवनेश्वर साहू के पिता व वर्तमान भाजपा विधायक ईश्वर साहू ने जिन लोगों पर आरोप लगाए थे, उनका कहीं भी जिक्र नहीं है।
बिरनपुर (CBI Investigation) हत्याकांड को लेकर उस समय जमकर राजनीति हुई थी। भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में बेमेतरा जिले की साजा सीट से भुवनेश्वर के पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा था। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रवीन्द्र चौबे को हराया था। खास बात यह रही कि ईश्वर साहू ने इससे पहले कभी राजनीति में सक्रिय भूमिका नहीं निभाई थी।
आठ अप्रैल 2023 को बिरनपुर गांव में दो गुटों के बीच विवाद हुआ था, जिसमें भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। इस घटना को धार्मिक रंग देने की वजह से पूरे गांव में तनाव फैल गया था। कई घरों में आगजनी की गई थी। 10 अप्रैल को गांव के ही रहीम और उसके बेटे ईदुल मोहम्मद की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद प्रशासन ने गांव में दो सप्ताह तक कर्फ्यू लागू किया था।
स्थानीय पुलिस ने शुरुआती जांच में 12 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद चार्जशीट में छह और नाम जोड़े गए। राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। सीबीआई की चार्जशीट में साफ किया गया है कि यह (CBI Investigation) राजनीतिक साजिश का मामला नहीं था, बल्कि आपसी विवाद और तनाव के कारण यह घटनाएं घटीं।
चार्जशीट में इस बात का भी उल्लेख है कि विधायक ईश्वर साहू द्वारा लगाए गए राजनीतिक साजिश के आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं मिला। सीबीआई ने यह निष्कर्ष निकाला कि मामला साम्प्रदायिक तनाव और व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा था। अब आगे कोर्ट इस (CBI Investigation) मामले पर सुनवाई करेगी।