सीजी भास्कर, 03 अक्टूबर। राजधानी रायपुर के डब्लू आर एस कॉलोनी मैदान में विजयादशमी (Dussehra Raipur 2025) का आयोजन बेहद भव्य रहा। इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु और नागरिक शामिल हुए। आतिशबाजी, रावण दहन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और भी उत्सवमय बना दिया।
अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विजयादशमी केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन का अवसर भी है। राज्यपाल ने आह्वान किया कि समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए हमें अपने भीतर छिपे अहंकार और बुराइयों का परित्याग करना चाहिए।

Dussehra Raipur 2025: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का उद्बोधन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दशहरे के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि (Dussehra Raipur 2025) हम सभी को प्रेरित करता है कि नकारात्मक विचारों को त्याग कर सकारात्मक और सच्चाई के मार्ग पर चलें।

रावण दहन और आतिशबाजी का अद्भुत नजारा
डब्लू आर एस कॉलोनी मैदान में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। जैसे ही अग्नि की लपटों के बीच आतिशबाजी हुई, पूरा मैदान जयघोष से गूंज उठा। उपस्थित लोगों ने इस दृश्य को अधर्म के अंत और धर्म की विजय का सजीव प्रतीक माना।

Dussehra Raipur 2025: जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की बड़ी भागीदारी
इस मौके पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायक पुरंदर मिश्रा समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण भी इस उत्सव का हिस्सा बने। सभी ने मिलकर दशहरे के इस पर्व को एकता और सद्भाव का प्रतीक बताया।
विजयादशमी का सांस्कृतिक स्वरूप
कार्यक्रम में भजन, रामायण के प्रसंगों पर आधारित नृत्य-नाटिकाएँ और पारंपरिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं। बच्चों और युवाओं ने मंच पर भगवान राम के पराक्रम और रावण के अंत का जीवंत चित्रण किया। इस तरह (Dussehra Raipur 2025) केवल रावण दहन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी भव्य प्रदर्शन बना।