सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। राजधानी में सराफा कारोबारी द्वारा बताई गई 86 किलो चांदी की लूट (Fake Silver Loot Case) की कहानी शुरुआती दावे के बावजूद चर्चा में रही। उसने कहा था कि नकाबपोश बदमाश घर में घुसे, धमकाया और चांदी लेकर भाग गए। बाद में पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर अलग-अलग टीमों के साथ पड़ताल शुरू की। कई बिंदुओं पर संदेह गहराता गया, जिसके बाद विस्तृत जांच की गई।
यह मामला रायपुर जिले के सदर बाजार इलाके का है । कारोबारी राहुल गोयल (निवासी अलीगढ़, यूपी) शिवा ट्रेडर्स के नाम से फर्म चलाता है और आगरा की एक बड़ी कंपनी के लिए सीएफए (क्लियरिंग एंड फारवर्डिंग एजेंट) का काम करता है।
आनलाइन सट्टे में गंवाए लाखों, बनाई लूट की कहानी
पुलिस जांच में राजफाश हुआ कि अप्रैल से वह ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे में लगातार रकम हार रहा था और अब तक करीब 46 लाख रुपये गंवा चुका था। नुकसान छिपाने के लिए उसने अपनी कंपनी को धोखा देने की योजना बनाई। कारोबारी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि शुक्रवार रात तीन बजे दो नकाबपोश बदमाशों ने घर से 86 किलो चांदी के जेवर लूट लिए (Fake Silver Loot Case)। उसने बताया कि बदमाश कट्टा-चाकू दिखाकर उसे बंधक बना ले गए और डीवीआर भी साथ ले गए।
जांच में न सबूत, न जबरन प्रवेश
क्राइम ब्रांच और एफएसएल की जांच में न कोई फिंगरप्रिंट मिले, न रस्सी के निशान और न ही जबरन प्रवेश के सबूत मिले—इसी से पूरी रिपोर्ट संदिग्ध पाई गई (Fake Silver Loot Case)। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में देर रात तक चली पूछताछ में कारोबारी बार-बार बयान बदलता रहा। सख्ती बढ़ने पर उसने स्वीकार किया कि कंपनी की रकम चुकाने से बचने के लिए उसने झूठी लूट की कहानी गढ़ी थी ।
चांदी बेची, नुकसान छुपाने की कोशि
जांच में सामने आया कि दिवाली के लिए आगरा से 200 किलो चांदी रायपुर मंगाई गई थी। इसमें से 100 किलो वापस भेज दी, 14 किलो पहले ही बेच दी, और करीब 40 लाख रुपये की चांदी निजी तौर पर बेचकर उसका पैसा सट्टे में हार गया। बचे 86 किलो पर “लूट” (Fake Silver Loot Case) का नाटक रचा गया।इस मामले ने ऑनलाइन सट्टे के बढ़ते नेटवर्क पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने आगरा के संबंधित कारोबारियों को रायपुर बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी है; आगे की कार्रवाई जारी है।