सीजी भास्कर, 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में मानकों का पालन पारदर्शिता, गुणवत्ता और उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) (BIS World Standards Day Raipur) उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए लगातार काम कर रहा है और मानक चिन्हों के माध्यम से मिलावट और नकली वस्तुओं पर प्रभावी रोक लगी है।
मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित विश्व मानक दिवस के अवसर पर मानक महोत्सव (BIS World Standards Day Raipur) को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उपस्थित जनों को “गुणवत्ता शपथ” दिलाई और मानकीकृत उत्पादों को अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि बीआईएस हॉलमार्क (BIS World Standards Day Raipur) अब उपभोक्ता विश्वास का प्रतीक बन चुका है। सोने जैसी धातुओं की शुद्धता की पहचान पहले कठिन थी, लेकिन आज हर ग्राहक बीआईएस हॉलमार्क देखकर ही गहने खरीदता है।
गुणवत्ता और मानक विकास में छत्तीसगढ़ अग्रणी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उन संस्थाओं, मानक क्लबों और मेंटर्स को सम्मानित किया जिन्होंने गुणवत्ता सुधार और मानकीकरण में विशेष योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो देशभर में गुणवत्ता की संस्कृति विकसित कर रहा है और यह अभियान “विकसित भारत” के संकल्प को मजबूत करेगा।
उन्होंने बताया कि बीआईएस (BIS World Standards Day Raipur) ने अब तक करीब 22,000 वस्तुओं को मानक चिन्ह प्रदान किए हैं जिनमें बोतलबंद पानी, हेलमेट, खिलौने और गहनों तक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं में मानक चिन्हों के प्रति जागरूकता बढ़ाना जरूरी है, ताकि गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को बढ़ावा मिल सके।
विकसित भारत का सपना गुणवत्ता से ही साकार होगा”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, और इस लक्ष्य की प्राप्ति में “मानक” अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों की गुणवत्ता और मानकीकरण की वजह से अब गांव-कस्बों के उत्पाद भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बना रहे हैं (BIS World Standards Day Raipur)। उन्होंने कहा “गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की आत्मा है, और जब हर नागरिक मानक को धर्म समझेगा, तभी सच्चे अर्थों में विकसित भारत का सपना साकार होगा।”
शैक्षणिक संस्थानों और बीआईएस स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र
मुख्यमंत्री ने मानक महोत्सव में लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। सिपेट रायपुर के प्रतिनिधियों ने उन्हें युवाओं के कौशल प्रशिक्षण और उद्योगों को दी जा रही तकनीकी सलाह के बारे में जानकारी दी। बीआईएस के स्टॉल में ‘BIS Care App’ (BIS World Standards Day Raipur) के माध्यम से उपभोक्ता आईएसआई और हॉलमार्क युक्त उत्पादों की प्रमाणिकता जांच सकते हैं।
छात्रों द्वारा बनाए गए नवाचार मॉडल स्मार्ट ट्रेन, एक्सप्लोरर रोबोट, रक्तचाप मशीन और मिट्टी नमी जांच यंत्र दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा “युवाओं की सोच में जब नवाचार और गुणवत्ता जुड़ती है, तभी राष्ट्र विकास की दिशा में नई छलांग लगाता है।”