इस बार (Dhanteras 2025 Shopping Record) ने पिछले सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है। त्योहार के इस शुभ अवसर पर देशभर के बाजारों में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे कुल कारोबार 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया। इस रिकॉर्ड में सबसे बड़ा योगदान सोने-चांदी की बिक्री का रहा, जिसने अकेले 60 हजार करोड़ रुपए का आंकड़ा छू लिया। यह पिछले साल की तुलना में करीब 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
सोने और चांदी की बिक्री ने तोड़े सभी रिकॉर्ड (Gold and Silver Sales Break Records)
ज्वेलरी कारोबारियों के अनुसार, इस बार धनतेरस पर खरीदारी का जोश देखने लायक था। दिल्ली, मुंबई, जयपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में ग्राहकों की भीड़ इतनी थी कि कई दुकानों को रात तक खुला रखना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंचे दामों के बावजूद लोगों ने निवेश के रूप में (Dhanteras 2025 Shopping Record) के दौरान सोने और चांदी दोनों की जमकर खरीदारी की।
कम मात्रा में बिक्री लेकिन ज्यादा मूल्य (High Value Despite Low Volume)
जेम एंड ज्वेलरी काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने बताया कि इस साल बिक्री की मात्रा में भले ही 10-15 प्रतिशत की कमी आई हो, लेकिन कुल मूल्य में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसका कारण है सोने और चांदी की बढ़ी हुई कीमतें। खरीदारों ने इस साल ज्यादातर सोने के सिक्के और छोटे आभूषणों की ओर रुख किया, जिससे निवेश सुरक्षित रहे और (Dhanteras 2025 Shopping Record) में स्थिरता बनी रहे।
सोना-चांदी के दामों में जबरदस्त उछाल (Gold and Silver Prices Surge)
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में लगभग 70 प्रतिशत और चांदी की कीमतों में 96 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। जनवरी 2025 में जहां 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,000 रुपए के करीब था, वहीं अब यह बढ़कर 1,29,000 रुपए के पार पहुंच गया है। इसी तरह, एक किलो चांदी की कीमत 86,000 से बढ़कर 1,69,000 रुपए हो गई है। इन रिकॉर्ड दामों ने भी (Dhanteras 2025 Shopping Record) को ऐतिहासिक बना दिया है।
धनतेरस: शुभता, समृद्धि और आस्था का संगम (Festival of Prosperity and Faith)
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाला धनतेरस केवल खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि शुभ शुरुआत और सौभाग्य का प्रतीक है। इस दिन नए बर्तन, गहने और वाहन खरीदना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन की गई खरीदारी घर में लक्ष्मी का आगमन कराती है। यही वजह है कि हर साल (Dhanteras 2025 Shopping Record) जैसे मौके पर भारतीय उपभोक्ता पूरे उत्साह के साथ बाजारों में उतरते हैं।
खरीदारी से खिले व्यापारियों के चेहरे (Traders Rejoice at Record Sales)
देश के प्रमुख बाजारों में कारोबारियों के चेहरों पर रौनक है। लगातार दो दिनों की बंपर बिक्री ने अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भर दी है। व्यापार जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि यह खरीदारी सिर्फ त्योहार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आने वाले महीनों में भी बाजार को गति देगी।