सीजी भास्कर, 30 अक्टूबर। स्वास्थ्य विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे एक चिकित्सा अधिकारी पर सख्त कार्रवाई (Dabhra Medical Officer Suspend) की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, डॉ. राजेन्द्र कुमार पटेल, पद प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा, जिला सक्ती, को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद निलंबित कर दिया गया है। यह मामला स्वास्थ्य व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) बिलासपुर की टीम ने 17 अक्टूबर 2025 को डॉ. पटेल को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। सूत्रों के मुताबिक, डॉ. पटेल यह राशि एक चिकित्सा संबंधी कार्य में अनुकूल रिपोर्ट देने के बदले मांग (Dabhra Medical Officer Suspend) रहे थे। एसीबी ने जाल बिछाकर उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद वे 48 घंटे से अधिक समय तक पुलिस अभिरक्षा में रहे। इसी आधार पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत विभागीय कार्रवाई की गई है।
राज्य शासन ने आदेश जारी करते हुए डॉ. पटेल को 17 अक्टूबर 2025 से प्रभावशील निलंबित किया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं, संभाग बिलासपुर को निर्धारित किया गया है। इस अवधि में उन्हें मूलभूत नियमों के अंतर्गत जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करने की अनुमति दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि विभाग भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में शून्य सहिष्णुता की नीति पर काम कर रहा है। हाल के महीनों में विभाग ने रिश्वतखोरी और अनियमितताओं के कई मामलों में कड़ी कार्रवाई की है। विभाग का मानना है कि ऐसे कदमों से ईमानदार अधिकारियों का मनोबल बढ़ेगा और जनता का भरोसा भी मजबूत होगा।
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं पर निगरानी (Dabhra Medical Officer Suspend) रखी जाएगी और भविष्य में भी यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी (Dabhra Medical Officer Suspend) जैसे प्रकरण में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
