सीजी भास्कर, 31 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने वाली एक बड़ी घटना (Temple Vandalism in Raigarh) सामने आई है। घरघोड़ा थाना क्षेत्र के नेगीपारा गांव में असामाजिक तत्वों ने श्रीराम मंदिर में तोड़फोड़ करते हुए भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं खंडित कर दीं और उन्हें नाली में फेंक दिया। शुक्रवार सुबह जब ग्रामीण पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो मूर्तियां गायब थीं। बाद में खोजबीन करने पर सभी प्रतिमाएं पास की नाली में टूटी हुई अवस्था में मिलीं। यह दृश्य देखकर श्रद्धालु स्तब्ध रह गए और गांव में तनाव फैल गया।
रायगढ़ जिले में इस घटना की जानकारी फैलते ही (Temple Vandalism in Raigarh) आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रतिमाओं को तोड़ने की इस घटना ने उनकी आस्था को गहरी ठेस पहुंचाई है। देखते ही देखते यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया और घरघोड़ा पुलिस थाना घेरने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई।
शिकायत दर्ज, पुलिस ने जांच शुरू की
ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने थाना पहुंचकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपितों की पहचान की जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द ही कानून के दायरे में लाया जाएगा।
क्षेत्र में तनाव, लेकिन प्रशासन सतर्क
(Temple Vandalism in Raigarh) घटना के बाद पूरे नेगीपारा क्षेत्र में तनाव का माहौल है। पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, धर्म जागरण मंच और अन्य धार्मिक संगठनों ने कहा कि “यह घटना समाज में फूट डालने की साजिश है। सभी धर्मावलंबी संयम और एकता बनाए रखें।”
धार्मिक नेताओं ने यह भी कहा कि ऐसे कृत्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति समाज की आस्था से खिलवाड़ करने का दुस्साहस न कर सके। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाई जाए और सीसीटीवी निगरानी को अनिवार्य बनाया जाए।
पिछली घटनाओं से जुड़ा तनाव फिर बढ़ा
ज्ञात हो कि कुछ ही दिन पहले रायगढ़ में संत गुरु घासीदास बाबा के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर भी शहर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। अब यह नई घटना सामने आने से धार्मिक माहौल एक बार फिर गर्म हो गया है। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि किसी को भी कानून व्यवस्था भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
