सीजी भास्कर, 4 नवंबर। बलौदाबाजार जिले के बार नवापारा मुख्यालय क्षेत्र से करीब तीन किलोमीटर दूर ग्राम हरदी में सोमवार की देर रात चार जंगली हाथी खेत के खुले कुएं में गिर गए। इनमें एक शावक भी शामिल था। घटना की जानकारी सुबह ग्रामीणों को हुई, जिसके बाद उन्होंने वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन अमले की टीम मौके पर पहुंची और हाथियों को निकालने के लिए तत्काल बचाव अभियान (Elephant Rescue Operation) शुरू किया।
सुबह सात बजे से शुरू हुए अभियान में दो जेसीबी मशीनों की मदद से कुएं के किनारे मिट्टी काटी गई, ताकि हाथियों को बाहर निकलने का रास्ता मिल सके। तीन हाथियों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक हाथी अभी भी कुएं में फंसा हुआ है। अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं और चौथे हाथी को निकालने की कोशिशें जारी हैं।
बार क्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी गोपाल प्रसाद वर्मा ने बताया कि खेत में बना कुआं बिना जगत का था। देर रात हाथियों का झुंड खेतों में घूमते हुए अचानक उसमें जा गिरा। उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों और अंधेरे के बावजूद टीम ने लगातार मेहनत की और तीन हाथियों को लगभग साढ़े तीन घंटे में बाहर निकाला। यह बचाव अभियान (Elephant Rescue Operation) बेहद जोखिम भरा था क्योंकि कुएं की गहराई और मिट्टी की फिसलन से हर कदम पर खतरा था।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रात में जब तेज़ आवाज़ आई, तो वे मौके पर पहुंचे और कुएं में गिरे हाथियों को देखा। इसके बाद गांव वालों ने मिलकर वन विभाग को खबर दी। सुबह होते ही पूरी टीम जुट गई और आसपास के ग्रामीण भी मदद में लग गए।
बीते 15 से 20 दिनों से हाथियों का यह दल बार नवापारा क्षेत्र में लगातार विचरण कर रहा है। दीपावली के दिन इसी दल ने हरदी गांव में एक वृद्ध किसान कनकु राम को कुचलकर मार डाला था। बार-बार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग ने बताया कि फिलहाल सभी हाथियों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद उन्हें जंगल की ओर छोड़ने की योजना है और इसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन (Elephant Rescue Operation) जारी रहेगा।
कुएं के पास अफरातफरी, घंटों चला रेस्क्यू
सुबह सात बजे जैसे ही ऑपरेशन शुरू हुआ, सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। वन अमले ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र को घेर लिया। दो जेसीबी मशीनें लगातार मिट्टी काटती रहीं और तीन हाथियों को बाहर निकालने में सफलता मिली।
अब खेतों में उतरने से डर लगने लगा
हरदी और आसपास के गांवों में हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीणों में भय का माहौल है। किसानों का कहना है कि अब रात में खेतों में फसल की रखवाली करना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द समाधान की मांग की है।
