सीजी भास्कर 5 नवम्बर मध्य प्रदेश के मुरैना ज़िले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चंबल नदी के राजघाट क्षेत्र में सोमवार की शाम एक व्यक्ति पर तीन मगरमच्छों ने एक साथ हमला (Crocodile Attack) कर दिया और उसे गहरे पानी में खींच ले गए। दो दिनों से रेस्क्यू टीम उसकी तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक युवक का कोई पता नहीं चला है।
राजस्थान के करौली का था युवक, परिवार के सामने हुआ हादसा
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जानकारी के अनुसार, राजस्थान के करौली जिले का रहने वाला रूप सिंह गुर्जर (40 वर्ष) अपने बेटे दीपक और बहनोई धर्मसिंह के साथ चंबल नदी किनारे घूमने आया था। तीनों परिवारजन घड़ियाल और अन्य जलीय जीव देखने के लिए मोटरबोट से नदी में सैर कर रहे थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे रूप सिंह शौच के बाद हाथ-मुंह धोने नदी किनारे गया, तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया।
तीन मगरमच्छों ने किया हमला – कुछ ही सेकंड में नदी में खींच लिया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही रूप सिंह झुककर पानी में हाथ-मुंह धोने लगा, एक बड़ा मगरमच्छ अचानक झपट पड़ा और उसे जबड़े में दबा लिया। देखते ही देखते दो और मगरमच्छ पानी से निकले और उन्होंने भी हमला कर दिया। तीनों मगरमच्छ मिलकर रूप सिंह को गहरे पानी की ओर खींच ले गए।
उस समय उसका 15 वर्षीय बेटा दीपक और बहनोई धर्मसिंह कुछ ही दूरी पर खड़े थे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम को अपनी आंखों से देखा। दोनों के मुताबिक, मगरमच्छों ने रूप सिंह को पूरी तरह पानी के भीतर समा दिया, और कुछ ही पलों में नदी की सतह फिर शांत हो गई।
एसडीईआरएफ की टीम कर रही है तलाश, अब तक नहीं मिला कोई सुराग
घटना की जानकारी मिलते ही सरायछौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। मंगलवार को दिनभर सर्च ऑपरेशन चला, जिसमें स्थानीय गोताखोरों के साथ एसडीईआरएफ की टीम ने मोटरबोट से नदी के गहरे हिस्सों में खोजबीन की। बुधवार सुबह फिर से तलाश शुरू की गई, लेकिन अब तक रूप सिंह का कोई अता-पता नहीं लग पाया है।
थाना प्रभारी के.के. सिंह ने बताया कि नदी के जिस हिस्से में हादसा हुआ है, वहां मगरमच्छों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस इलाके को पहले भी “रेड जोन” घोषित करने की सिफारिश की जा चुकी थी।
चंबल में बढ़ रही है मगरमच्छों की संख्या, लोगों से की गई अपील
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, चंबल नदी में मगरमच्छों की आबादी पिछले कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ी है। यह नदी घड़ियाल संरक्षण क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण संरक्षित ज़ोन में आती है, लेकिन स्थानीय लोग नहाने और मछली पकड़ने के लिए इस क्षेत्र में जाते रहते हैं।
अधिकारियों ने अपील की है कि नदी किनारे अनावश्यक रूप से जाने से बचें, क्योंकि हाल के महीनों में ऐसे कई Crocodile Attack (हमले) की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
