सीजी भास्कर, 5 नवंबर। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में मंगलवार को अभिभावकों ने एक स्कूल में शिक्षकों को बंद (West Bengal School BLO Protest) कर प्रदर्शन किया। मामला गायघाटा स्थित चंडीगढ़ स्पेशल कैडर एफपी स्कूल (Chandigarh FP School, Gaighata) का है, जहां तीनों शिक्षक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) नियुक्त किए गए हैं। अभिभावकों का कहना है कि जब सभी शिक्षक चुनावी कार्य में लग जाएंगे तो बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह ठप हो जाएगी।
घटना मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Summary Revision – SSR) के पहले दिन हुई। अभिभावकों ने स्कूल का गेट बंद कर दिया और सुबह 11:30 बजे से शिक्षकों को स्कूल के भीतर ही रोक लिया। सूचना मिलते ही गायघाटा थाना पुलिस और संयुक्त बीडीओ मयूख बनर्जी (Joint BDO Mayukh Banerjee) मौके पर पहुंचे। बातचीत के बाद अभिभावकों ने गेट खोला और शिक्षकों को बाहर निकाला।
शिक्षकों ने कहा, अभिभावकों की बात वाजिब
स्कूल में कुल 150 छात्र हैं, लेकिन तीन ही शिक्षक हैं और अब तीनों को बीएलओ ड्यूटी (BLO duty) सौंपी गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लंबे समय से स्कूल में शिक्षकों की संख्या बेहद कम है। कई बार जिला प्रशासन (West Bengal School BLO Protest) और शिक्षा विभाग को शिकायत दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिक्षकों ने भी माना कि अभिभावकों की मांग उचित है और बच्चों की पढ़ाई को नुकसान नहीं होना चाहिए।
बीएलओ ड्यूटी से शिक्षकों पर बढ़ा बोझ
बंगाल में एसएसआर अभियान के तहत शिक्षकों को बूथ लेवल ऑफिसर बनाया गया है। इनकी जिम्मेदारी होती है घर-घर जाकर मतदाता गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरवाना और मतदाता सूची अपडेट करना। कई शिक्षकों का कहना है कि इस जिम्मेदारी के चलते स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। टीचर यूनियनों ने भी आयोग से मांग की है कि बीएलओ का कार्य शिक्षकों के बजाय प्रशासनिक कर्मियों से कराया जाए।
शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट मांगी
घटना के बाद शिक्षा विभाग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब (sought a report) की है। अधिकारियों ने कहा है कि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। बीएलओ ड्यूटी में लगे शिक्षकों (West Bengal School BLO Protest) को स्कूल के समय के बाद या छुट्टी के दिन ही फील्ड में भेजने का सुझाव दिया गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में स्कूलों में अस्थायी शिक्षकों की तैनाती (temporary teacher deployment) पर भी विचार किया जा रहा है।
