सीजी भास्कर, 6 नवंबर | Fake Voters in Raipur : रायपुर समेत पूरे प्रदेश में मतदाता सूची के सत्यापन के लिए Special Intensive Revision (SIR Survey) की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इसमें निर्वाचन अधिकारी मतदाताओं के नाम, पता और पहचान की वास्तविकता की जांच कर रहे हैं। इस प्रक्रिया के दौरान उन नामों को चिह्नित किया जा रहा है जो या तो दोहरी प्रविष्टियों में दर्ज हैं या अब उस क्षेत्र में निवास नहीं करते।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा— “ईमानदारी से हुआ सर्वे, तो कटेंगे लाखों फर्जी नाम”
रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने SIR सर्वे को स्वागतयोग्य कदम बताया। उन्होंने कहा कि अगर सर्वे पूरी पारदर्शिता और सटीकता के साथ किया गया, तो रायपुर से लगभग एक लाख Fake Voters in Raipur यानी फर्जी मतदाताओं के नाम हट जाएंगे। ये वे लोग हैं जो या तो शहर छोड़ चुके हैं या अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनका मानना है कि सटीक मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव को मजबूत करती है।
निर्वाचन आयोग ने की अपील— “अपने नाम और जानकारी की पुष्टि ज़रूर करें”
राज्य निर्वाचन आयुक्त यशवंत कुमार ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे स्वयं अपने नाम, पते और पहचान की पुष्टि करें ताकि Voter List Correction Chhattisgarh में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रह जाए। इसके लिए अधिकारी घर-घर जाकर विवरण एकत्र कर रहे हैं और पात्र मतदाताओं से Form Verification भरवा रहे हैं।
Fake Voters in Raipur: छत्तीसगढ़ में कुल 2.11 करोड़ मतदाता, 27 हजार BLO कर रहे हैं सर्वेक्षण
1 जनवरी 2025 की स्थिति के अनुसार राज्य में कुल मतदाता संख्या 2 करोड़ 11 लाख 5 हजार 391 है। इनमें 1 करोड़ 4 लाख 27 हजार 842 पुरुष, 1 करोड़ 6 लाख 76 हजार 821 महिला और 728 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। इस प्रक्रिया में 27,199 बूथ स्तर अधिकारी (BLOs) लगाए गए हैं जो घर-घर जाकर सत्यापन और नए आवेदन स्वीकार कर रहे हैं।
किन दस्तावेज़ों से होगी पहचान की पुष्टि — SIR सर्वे में जरूरी गाइडलाइन
SIR Survey के दौरान मतदाताओं की पहचान और पात्रता के लिए कई दस्तावेजों को मान्य माना गया है। इनमें सरकारी पहचान पत्र, पासपोर्ट, जन्म प्रमाणपत्र, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, वन अधिकार पत्र, Permanent Resident Certificate, और परिवार रजिस्टर जैसे दस्तावेज़ शामिल हैं। वहीं, Aadhaar-linked Verification के मामले में आयोग के विशेष निर्देश लागू होंगे।
Fake Voters in Raipur: 9 दिसंबर को आएगी मसौदा सूची, जनवरी तक दर्ज होंगी आपत्तियां
निर्वाचन विभाग के मुताबिक मसौदा सूची (Draft Voter List Raipur 2025) 9 दिसंबर को जारी होगी। इसके बाद 8 जनवरी 2026 तक नागरिक अपने नाम जोड़ने या सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे। सभी दावे और आपत्तियों की जांच 31 जनवरी तक होगी, जबकि अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी। यही सूची आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए आधार बनेगी।
लोकतंत्र की सफाई का अभियान — “एक सही वोट, सही सरकार की गारंटी”
रायपुर में चल रहा यह सर्वे न केवल आंकड़ों का अपडेट है, बल्कि लोकतंत्र की शुद्धता का अभियान भी है। Fake Voters in Raipur को हटाकर और नए योग्य मतदाताओं को जोड़कर निर्वाचन आयोग प्रदेश को पारदर्शी और निष्पक्ष मतदान की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।
