सीजी भास्कर, 23 अगस्त। पड़ोसियों से रूपये ऐंठने की फिराक में एक परिवार के मां, बेटे और नाबालिग भतीजी ने ऐसी साजिश रची कि पुलिस के पेशानी पर बल पड़ गए। अपहरण और गैंग रेप की इस कथित घटना ने पूरे पुलिस विभाग के दिन रात का चैन और सुकून छीन लिया था। पूरे शहर में टीम निगम के सीसीटीवी कैमरे छानती रही मगर जिस कार में अपहरण हुआ वह दिखाई ही नहीं दी। उत्तर प्रदेश के झांसी की इस वारदात से साजिश के मंडराते बादल जब छंट गए तो पुलिस महकमे ने साजिश रचने वालों को हिरासत में ले उन्हें सलाखों के पीछे भेजा है।
आपको बता दें कि यूपी के झांसी में चलती कार में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप का मामला झूठा निकला। इस मामले पुलिस ने लड़की के साथ ही उसकी बुआ और उसके बेटे को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि लड़की किसी लड़के से प्रेम करती है और वह उससे शादी करने के लिए घर से भागकर बाहर निकली। घर से कुछ दूर जा कर उसने लड़के का इंतजार किया लेकिन जब लड़़का नहीं आया तो वह अपने बुआ के घर पर चली गई। जिसके बाद तीनों ने मिलकर पड़ोसियों को गैंगरेप में फंसाने की साजिश रची लेकिन पुलिस की तफ्तीश ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने बताया कि पुलिस ने झांसी के स्मार्ट सीटी में जिस इलाके से लड़की के कार में अपहरण कर ले जाने की शिकायत मिली, उस क्षेत्र के 50 से अधिक सीसीटीवी खंगाले गए तो वहां कोई कार नजर नहीं आई बल्कि लड़की एक ऑटो में सवार होकर जा रही थी, पुलिस ने जब लड़की से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी तोते की तरह रट दी। लड़की और उसकी बुआ तथा बुआ के बेटे ने घर के पास के दो पड़ोसियों को फंसाने के लिए एक साजिश रची थी ताकि उनसे पैसा वसूला जा सके लेकिन जांच लड़की का आरोप झूठा निकला।
SP राजेश एस ने बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले मनीष परिहार ने आरोप लगाया था कि 20 अगस्त 2024 को उसके मामा की लड़की सुबह 6 बजे काशीनगर के खेतों में गई थी, उसी समय गांव के तीन व्यक्ति उसके मामा की लड़की को जबरदस्ती उठाकर ले गए, उसके साथ दुष्कर्म किया तथा करौंदी माता मंदिर के पास छोड़कर भाग गए। तहरीर के आधार पर प्रेम नगर पुलिस ने धारा 137(2)/70(2) बीएनएस व 5जी/6 पॉक्सो एक्ट के तहत FIR दर्ज की। जांच में लड़की का आरोप फर्जी निकला। पुलिस की पूछताछ में लड़की और उसकी बुआ तथा बेटे ने माना कि पड़ोसियों के फंसाने के लिए साजिश रची गई थी।