सीजी भास्कर 11 नवम्बर भारत के प्रतिष्ठित घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट (Ranji Trophy 2025) में जम्मू-कश्मीर की टीम ने ऐसा कर दिखाया, जो अब तक कभी नहीं हुआ था। 1934 में शुरू हुई रणजी ट्रॉफी के 96 साल के इतिहास में पहली बार जम्मू-कश्मीर ने दिल्ली को हराया है।
टीम ने दिल्ली को 7 विकेट से मात देकर इस ऐतिहासिक मुकाबले में अपनी अलग पहचान बनाई। इस जीत में कप्तान पारस डोगरा (Paras Dogra), बल्लेबाज कामरान इकबाल (Kamran Iqbal) और ऑलराउंडर वंशराज शर्मा (Vanshraj Sharma) के शानदार प्रदर्शन ने सबका दिल जीत लिया।
(Ranji Trophy 2025 Match Result): 179 का लक्ष्य और कामरान इकबाल की जांबाज पारी
दिल्ली की टीम ने अपने घरेलू मैदान पर पहले खेलते हुए जम्मू-कश्मीर को 179 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में जम्मू-कश्मीर ने ये लक्ष्य महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इस रोमांचक रन-चेज़ में सबसे अहम भूमिका कामरान इकबाल (Kamran Iqbal) की रही, जिन्होंने अकेले ही 133 रन ठोक दिए। उनकी ये पारी न सिर्फ मैच का टर्निंग पॉइंट बनी, बल्कि (Ranji Trophy 2025) में जम्मू-कश्मीर के लिए यादगार पल भी।
(Akib Nabi Performance): पहली पारी में 5 विकेट लेकर दिल्ली की कमर तोड़ी
दिल्ली की पहली पारी 211 रन पर सिमट गई। जम्मू-कश्मीर के गेंदबाज आकिब नबी (Akib Nabi) ने अपनी धारदार गेंदबाजी से दिल्ली को बड़ा स्कोर बनाने नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ 35 रन देकर 5 विकेट झटके और विपक्षी बल्लेबाजी को धराशायी कर दिया।
उनकी ये परफॉर्मेंस इस मैच की शुरुआत में ही जम्मू-कश्मीर के लिए जीत की नींव रख गई।
(Paras Dogra Century): कप्तान की ठोकी शतकीय पारी
दिल्ली के 211 रनों के जवाब में जम्मू-कश्मीर ने अपनी पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 310 रन बनाए। इस पारी के नायक रहे कप्तान पारस डोगरा (Paras Dogra), जिन्होंने बेहतरीन कप्तानी के साथ 106 रन की पारी खेली।
डोगरा की ये शतकीय इनिंग ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, जिससे आगे के दोनों पारियों में खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा।
(Vanshraj Sharma Bowling): दूसरी पारी में दिल्ली को फिर नहीं मिली राहत
पहली इनिंग में आकिब नबी ने कमाल दिखाया था, तो दूसरी इनिंग में चमके वंशराज शर्मा (Vanshraj Sharma)। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ दूसरी पारी में अकेले 6 विकेट चटकाए और विपक्षी टीम की कमर तोड़ दी।
वंशराज ने पहली पारी में भी 2 विकेट लिए थे, इस तरह उन्होंने पूरे मैच में कुल 8 विकेट हासिल किए। उनका प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर की ऐतिहासिक जीत में निर्णायक साबित हुआ।
(Delhi vs Jammu Kashmir Ranji Match): हार के साथ टूटी दिल्ली की साख
दिल्ली, जो दशकों से रणजी ट्रॉफी की दावेदार टीम मानी जाती रही है, इस हार के साथ अपनी प्रतिष्ठा बचाने में नाकाम रही।
जम्मू-कश्मीर की टीम ने इस जीत के साथ न केवल अंकतालिका में अपनी स्थिति मजबूत की है, बल्कि पूरे देश के क्रिकेट प्रेमियों को यह संदेश भी दिया है कि अब “छोटे राज्यों” की टीमों को कम आंकना भूल होगी।
