सीजी भास्कर, 18 नवंबर| प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की भारी कमी के बीच आखिरकार तीन साल बाद नियमित भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो रही है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC Assistant Professor Recruitment) (CGPSC) ने 125 असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। आवेदन 25 नवंबर से शुरू होंगे। यह भर्ती जून 2022 के बाद पहली नियमित भर्ती है।
50% से ज्यादा पद खाली, फिर भी सिर्फ 125 पर भर्ती
राज्य के 10 मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी के 645 पद खाली हैं, जबकि कुल स्वीकृत पद 1284 हैं। यानी हर 100 पदों में 50 से ज्यादा पद रिक्त हैं। ऐसे में सिर्फ 125 पदों पर भर्ती (CGPSC Assistant Professor Recruitment) होने से कुल खाली पदों का दसवां हिस्सा ही भरा जा सकेगा।
नई भर्ती के बाद रिक्ति दर 50.23% से घटकर 40.49% तो होगी, लेकिन फिर भी 520 पद खाली रहेंगे। इससे साफ है कि फैकल्टी की कमी से जूझ रहे मेडिकल कॉलेजों को अभी बहुत राहत नहीं मिलने वाली।
35 विभागों में क्लीनिकल–नॉन क्लीनिकल की भर्ती
भर्ती 35 विभागों में क्लीनिकल, नॉन-क्लीनिकल व सुपर स्पेशियलिटी पदों (CGPSC Assistant Professor Recruitment) पर की जाएगी। लंबे समय से फैकल्टी की कमी के कारण एमबीबीएस और पीजी छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी, क्योंकि कई विभागों में नियमित शिक्षकों की उपलब्धता बेहद कम है।
7 सुपर स्पेशियलिटी विशेषज्ञों की भी भर्ती
PSC ने कार्डियोलॉजी (2), मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, CTVS, कार्डियक एनेस्थेटिस्ट सहित कुल 7 सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों की भी भर्ती शामिल की है। इसका मुख्य कारण है जगदलपुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, जिसे ठेके पर संचालित करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है।
धीमी भर्ती प्रक्रिया से बढ़ी परेशानी
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जुलाई 2025 में ही प्रस्ताव (CGPSC Assistant Professor Recruitment) भेज दिया था, लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ने से भर्ती में देरी हुई। अब परीक्षा–साक्षात्कार की प्रक्रिया पूर्ण होने तक फैकल्टी संकट जारी रहने वाला है।
