सीजी भास्कर, 19 नवंबर | Border Naxal Encounter: उसी जंगल में फिर गूंजी गोलियों की आवाज़
छत्तीसगढ़–आंध्रप्रदेश बॉर्डर के घने जंगलों में सोमवार सुबह फिर से गोलियों की आवाज़ गूंजी। Border Naxal Encounter के दौरान सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को ढेर कर दिया। हैरानी की बात यह है कि मुठभेड़ ठीक उसी जगह के आसपास हुई, जहां ठीक एक दिन पहले कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा मारा गया था।
इलाके में तनाव अब भी बना हुआ है और मौके पर सुरक्षाबलों की भारी मौजूदगी है।
देवजी के मौजूद होने के इनपुट पर शुरू हुआ ऑपरेशन
सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को इस पूरे इलाके में नक्सल संगठन के टॉप संरचना में बैठने वाले नेता—Devji की मौजूदगी के ठोस इनपुट मिले थे। यही वजह है कि बीते रात से जवान इस रेंज में गहरी घुसपैठ अभियान पर थे।
अभी भी पहाड़ी ढलानों और घने साल के जंगलों में सर्च जारी है, जहाँ दृश्यता बेहद सीमित रहती है।
Border Naxal Encounter: हिड़मा, उसकी पत्नी समेत 6 नक्सलियों के ढेर होने के अगले ही दिन बड़ी सफलता
रविवार को जिस इलाके में माड़वी हिड़मा, उसकी पत्नी रजक्का और चार अन्य नक्सली मारे गए थे, वही लैंडस्केप सोमवार को फिर से बंदूक़ों की आवाज़ से गूंज उठा।
हिड़मा पर सुरक्षा बलों का यह कार्रवाई कई वर्षों की खोज और कई अभियानों की दिशा तय करती रही थी, और उसके मारे जाने के बाद यह दूसरा बड़ा झटका नक्सली नेटवर्क के लिए माना जा रहा है।
हिड़मा: 26 से ज्यादा बड़े हमलों का मास्टरमाइंड
नक्सली कमांड स्ट्रक्चर में हिड़मा की पहचान लंबे समय से सबसे खूंखार चेहरों में होती रही है। वह पिछले दो दशकों के दौरान Major Naxal Attacks में शामिल रहा।
2010 के दंतेवाड़ा हमले में CRPF के 76 जवानों की शहादत, 2013 का झीरम घाटी हत्याकांड, और 2021 का सुकमा-बीजापुर हमला—ये सभी बड़ी वारदातें उसके नेतृत्व में ही की गईं।
इसलिए, उसके मारे जाने को सुरक्षा एजेंसियां नक्सली ढांचे के लिए बड़ा झटका मान रही हैं।
मारेडुमिल्ली का जंगल बना ऑपरेशन का मुख्य मोर्चा
सुरक्षाबल इस समय आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीताराम राजू जिले के मारेडुमिल्ली जंगल में तैनात हैं। इलाके की भौगोलिक स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण है, जहाँ संकरी घाटियाँ, ऊबड़–खाबड़ पगडंडियाँ और घना जंगल किसी भी ऑपरेशन को खतरनाक बनाते हैं।
सुरक्षा बलों का कहना है कि सर्च अभी खत्म नहीं हुआ और आसपास के इलाकों में Hot Trail Search जारी रहेगी।
आगे भी ऑपरेशन जारी, टॉप नेतृत्व पर फोकस
प्राथमिक जानकारी के अनुसार नक्सलियों के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और हथियार भी बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि टॉप लीडरशिप पर केंद्रित यह ऑपरेशन आगे भी चलेगा और कई महत्वपूर्ण ठिकानों को चिन्हित कर लिया गया है।
जवानों की टीम लगातार आगे बढ़ रही है और अगले 48 घंटों में कई नए अपडेट मिलने की संभावना है।
