सीजी भास्कर, 19 नवंबर | उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में इस समय ठंडी हवाओं का असर गहराता जा रहा है। मौसम विशेषज्ञों ने साफ संकेत दिया है कि अगले दो दिन तक शीतलहर (Cold Wave Alert) की स्थिति बरकरार रह सकती है, जिसके बाद तापमान में हल्की बढ़ोतरी संभव है। कोरिया, सूरजपुर, मनेंद्रगढ़, जशपुर और बिलासपुर जिलों में हालात ज्यादा सख्त बने हुए हैं, जहां सुबह और रात की ठंड अचानक तेज हो गई है।
Cold Wave Alert: रायगढ़ में 9 जगह अलाव, शहर में बढ़ी सर्द हवाएं
रायगढ़ में सुबह–शाम की ठिठुरन ऐसी है कि लोग जल्दी घरों में घुस रहे हैं और बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग एकदम बढ़ गई है। नगर निगम ने लोगों की सहूलियत के लिए शहर में 9 लोकेशंस पर अलाव की व्यवस्था की है—जिनमें मेडिकल कॉलेज, ऑटो पार्किंग, रेलवे स्टेशन, रामनिवास चौक और जिला अस्पताल समेत भीड़भाड़ वाले पॉइंट शामिल हैं।
ग्रामीण ज़ोन—जैसे लैलूंगा, कापू, छाल और धरमजयगढ़—शहर से ज्यादा सर्द हो चुके हैं। शाम होते ही लोग मोटे कपड़े, आग और हीटर पर पूरी तरह निर्भर दिख रहे हैं।
Cold Wave Alert: तापमान ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड, नवंबर में ऐसी ठंड दुर्लभ
बीते 24 घंटों में अंबिकापुर ने नवंबर का नया रिकॉर्ड बना दिया, जहां न्यूनतम तापमान 7.3°C तक गिर गया—जो पिछले एक दशक में सबसे कम है। वहीं दुर्ग का रात का तापमान 10.8°C दर्ज हुआ, जो सामान्य से लगभग 7 डिग्री कम है।
राजधानी रायपुर में भी इस बार नवंबर ने अलग करवट ली—नौ साल में पहली बार तापमान 13°C तक लुढ़का। साफ आसमान और उत्तर भारत से आती तेज ठंडी हवाएं इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही हैं।
Cold Wave Alert: पुराने रिकॉर्ड बताते हैं—नवंबर हमेशा शांत नहीं था
इतिहास देखें तो नवंबर महीने ने कई बार अलग-अलग रंग दिखाए हैं।
– 35.6°C (1935) नवंबर का सबसे गर्म दिन
– 8.3°C (1883) अब तक की सबसे ठंडी नवंबर रात
– 138.2 mm (1924) नवंबर की सबसे ज्यादा बारिश
– 70.4 mm (1930) एक दिन में सबसे अधिक वर्षा
यानी नवंबर का मौसम पूर्वानुमान जितना सरल दिखता है, उतना रहा नहीं है।
Cold Wave Alert: मलेरिया के बढ़ते खतरे ने बढ़ाई चिंता (Malaria Risk)
तेज ठंड के साथ शाम होते ही अचानक तापमान गिरने लग रहा है। यह उतार-चढ़ाव मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल (Mosquito Breeding) माना जाता है। विशेषज्ञों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि तापमान—
दिन में 33–39°C
और रात में 14–19°C
—मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है। फिलहाल प्रदेश का तापमान इसी रेंज में घूम रहा है। आने वाले 8 दिन ग्रामीण और जंगल क्षेत्रों में ज्यादा जोखिम लेकर आ सकते हैं।
Cold Wave Alert: डॉक्टर बोले—“अभी लापरवाही महंगी पड़ेगी”
मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार इस मौसम में संक्रमण का खतरा दोगुना हो जाता है।
सलाह—
– शाम के बाद ITN / LLIN मच्छरदानी का उपयोग
– घर में पानी जमा न होने देना
– ठंडी हवा में पूरी बांह के कपड़े पहनना
– बुखार, कंपकंपी, पसीना, सिरदर्द आने पर तत्काल ब्लड टेस्ट करवाना
विशेष ध्यान—Plasmodium Vivax के बढ़ने की आशंका फिलहाल सबसे अधिक मानी जा रही है।
Cold Wave Alert: मौसम का आगे का ट्रेंड—क्या राहत मिलेगी?
अगले 48 घंटे शीतलहर (Cold Wave) के लिहाज से अहम रहने वाले हैं।
उसके बाद मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि दिन का तापमान 2–3 डिग्री बढ़ सकता है, हालांकि रात की ठंड अभी थमने वाली नहीं लगती।
प्रदेश के मध्य और उत्तरी हिस्सों में हल्की धुंध और साफ आसमान मिलकर रातों को और कड़क बना सकते हैं।
