सीजी भास्कर, 23 नवंबर। छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग (Weather Chhattisgarh) ने अगले तीन दिनों में तापमान में 1 से 2 डिग्री तक बढ़ोतरी की संभावना जताई है। बीते तीन से चार दिनों में ठंड में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। लगभग सभी जिलों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई है ।
हालांकि तीन दिन बाद ठंड तेजी से बढ़ेगी (IMD Forecast) और रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। सरगुजा, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के कुछ हिस्सों में शीतलहर (Cold Wave Alert) चलने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में हाइपोथर्मिया का खतरा भी बढ़ सकता है। वहीं रायगढ़ में सुबह और शाम कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है, जिससे गर्म कपड़ों की दुकानों में भीड़ बढ़ी है।
मैदानी इलाकों में इस सीजन में दुर्ग सबसे ठंडा रहा है। फिलहाल तीन दिनों में यहां का न्यूनतम तापमान 10°C से बढ़कर 13.6°C पहुंच गया है। राजधानी रायपुर में भी तापमान 13°C से बढ़कर लगभग 16°C पर दर्ज हुआ है।
पिछले 24 घंटों में राज्य का अधिकतम तापमान 31.2°C (रायपुर) और न्यूनतम तापमान 09.9°C (अंबिकापुर) रिकॉर्ड किया गया। चार दिन पहले अंबिकापुर का तापमान 6°C पहुंच गया था, जो पिछले 10 वर्षों में नवंबर महीने का सबसे कम रिकॉर्ड है ।
(Weather Chhattisgarh) नवंबर महीने का ठंड का इतिहास
नवंबर महीना छत्तीसगढ़ में ठंड की शुरुआत का समय माना जाता है। मौसम विभाग के पुराने रिकॉर्ड बताते हैं कि यह महीना कभी कड़कड़ाती ठंड लेकर आया, तो कभी तेज गर्मी और बारिश भी हुई है। 2 नवंबर 1935 को नवंबर महीने का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 35.6°C दर्ज किया गया था। वहीं 22 नवंबर 1883 को सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.3°C रिकॉर्ड किया गया, जिसे अब तक की सबसे ठंडी नवंबर रात माना जाता है।
बारिश के पुराने रिकॉर्ड भी चौंकाने वाले
नवंबर 1924 में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी, जब पूरे महीने में 138.2 मिमी वर्षा हुई। 2 नवंबर 1930 को 24 घंटों में 70.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो नवंबर महीने का सबसे बड़ा एकदिवसीय बारिश का रिकॉर्ड है।
